भोपाल। एनएचएआई (National Highways Authority of India) विशेष प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है। इससे न सिर्फ देशभर के राष्ट्रीय राजमार्गों में सुगम आवागमन व उनकी निगरानी आसान हो जाएगी, बल्कि एक्सीडेंट होने पर प्रभावित लोगों को त्वरित मदद भी उपलब्ध कराई जा सकेगी। एनएचएआई इसके लिए एक एप तैयार कराया है। एप की मदद से ट्रैफिक नियम तोड़ने वाले वाहन चालकों पर कार्रवाई भी तुरंत की जा सकेगी।
मप्र में भी उपयोग होगी यह तकनीक
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने नवनिर्मित राष्ट्रीय राजमार्गों सहित पुराने हाइवों को भी एटीएमएस (एडवांस ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम) से लैस कर रहा है। प्रयोग के तौर पर तमिलनाडु में इस प्राजेक्ट पर काम चल रहा है। मप्र के इंदौर-हरदा, मैहर-सतना व इंदौर-ऐदलाबाद हाइवे भी इस तकनीक से लैस किए जाने की योजना है।
हर 500 मीटर पर लगेंगे सीसीटीवी कैमरे
एडवांस ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के लिए नेशनल हाइवों पर हर 500 मीटर की दूरी पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं। जिनके जरिए 24 घंटे निगरानी नजर रखी जाएगी। कोई भी घटना दुर्घटना होने पर त्वरित मदद तो पहुंचाई ही जाएगी। आइरेड एप (इंट्रीग्रेटेड रोड एक्सीडेंट डाटाबेस एप) के जरिए पुलिस, प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को भी इससे अपडेट की जाएगी।
एप से जुड़ेंगे 3 विभाग
यह व्यवस्था इंदौर ही नहीं, देश के सभी हाइवे पर की जा रही है। आइरेड एप से एनएचएआइ, पुलिस और क्षेत्र के अस्पतालों को जोड़ा जाएगा। कैमरों से भी एप जुड़ा होगा। आपातकालीन या अन्य परिस्थितियों में विभाग आपस में जानकारी साझा कर सकेंगे। एप में जानकारी रिकॉर्ड होगी, ताकि जिम्मेदारी तय रहे।
तमिलनाडु में पायलट प्रोजेक्ट
नेशनल हाइवे अथॉरटी के प्रोजेक्ट एनएचएआई डायरेक्टर सुमेश बांझल ने बताया कि एनएचएआइ नए-पुराने हाइवे पर सीसीटीवी कैमरे लगाएगा। टोल प्लाजा पर आधुनिक सिस्टम के तहत कमांड सेंटर बनेगा। घटनाओं की निगरानी के साथ त्वरित मदद भी पहुंचाई जा सकेगी। एप से जुड़कर 3 विभाग जानकारी साझा करेंगे।