भोपाल। पुरानी पेंशन, महंगाई भत्ता और पेंशनर्स की प्रमुख मांगों को लेकर देशभर के कर्मचारी पिछले दिनों पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में जुटे। अखिल भारतीय राज्य कर्मचारी संघ तत्वावधान में आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन में कई अहम निर्णय लिए गए। संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुभाष लांबा के नेतृत्व में तय किया गया कि कर्मचारियों को पुरानी पेंशन व समान महंगाई भत्ता दिलाने देशव्यापाी आंदोलन किया जाएगा।
बड़े आंदोलन का निर्णय
कोलकाता अधिवेशन में अपनी बात करते हुए कर्मचारी नेताओं ने आउटसोर्स प्रथा समाप्त कर कर्मचारियों की नियमित भर्ती करने पर जोर दिया। कहा, सरकारी विभागों में ठेका प्रथा समाप्त कर नियमित भर्ती की जाएं। देश से आए कर्मचारी नेताओं ने सर्वसम्मति से लोकसभा चुनाव 2024 के पहले बड़े आंदोलन का निर्णय लिया है।
प्रस्ताव में शामिल कर्मचारियों की यह समस्याएं
मप्र तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ के प्रदेश सचिव उमाशंकर तिवारी ने अधिवेशन में लिए गए निर्णयों की जानकारी दी। बताया कि कोलकाता अधिवेशन में मध्य प्रदेश से तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ के अध्यक्ष अतुल मिश्रा ने पुरानी पेंशन बहाली, महंगाई भत्ता एवं पेंशनर को मिलने वाले महंगाई राहत में अंड़गा लगाने वाली धारा 49 (6) को विलोपित करने लिपिकों की वेतन विसंगति में सुधार व आउटसोर्ट कर्मचारियों के नियमितीकरण सहित अन्य प्रमुख मांग संबंधी प्रस्ताव रखा। इस प्रस्ताव का सबने समर्थन किया।
मप्र से यह कर्मचारी नेता शामिल
अखिल भारतीय राज्य कर्मचारी संघ की विशेष बैठक में शामिल होने कोलकाता प्रवास पर मध्य प्रदेश से प्रदेशध्यक्ष अतुल मिश्रा, कार्यकारी अध्यक्ष एसएस रजक, संरक्षक एलएन कैलसिया, प्रांतीय महामंत्री वीरेन्द्र सिंह बघेल, प्रांतीय सचिव फुलेन्द्र सिंह, जिला अध्यक्ष जबलपुर सुनील पटेल, जिला सचिव एसके प्रधान, कोषाध्यक्ष भागचंद कोरी, उपाध्यक्ष उमाचरण झारिया, मीडिया प्रभारी अनवर खान आदि कर्मचारी शामिल हुए।