Ayushman Bharat Yojana: आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत मोदी सरकार ने 70 वर्ष की आयु पूरी कर चुके बुजुर्गों को 5 लाख तक के नि:शुल्क इलाज की सुविधा दे रही है। लेकिन बुजुर्गों को आयुष्मान कार्ड बनवाने में काफी परेशानी हो रही है। किसी के फिंगर प्रिंट मिसमैच हैं तो किसी के आधार और समग्र आईडी के डेटा में असमानता है। ई-केवायसी को लेकर भी बड़ी संख्या में बुजुर्ग परेशान हैं। आधार नंबर से मोबाइल नंबर लिंक न होने के कारण उनका आयुष्मान कार्ड नहीं बन पा रहा। आइए जानते हैं बुजुर्गों की इन परेशानियों का समाधान। 

घर बैठे प्रक्रिया हो जाएगी पूरी
मध्य प्रदेश में 48 लाख सीनियर सिटीजन मुफ्त इलाज की इस योजना के लिए पात्र हैं, लेकिन 10 दिन में महज 1 लाख 13 हजार लोगों के कार्ड ही बन पाए हैं। अधिकारियों ने बताया, आधार नंबर से मोबाइल नंबर लिंक न होना बड़ी समस्या है। आधार नंबर से मोबाइल नंबर लिंक हो तो घर बैठे कार्ड जनरेट किया जा सकता है। इसमें 24 घंटे लगते हैं।

कुछ बुजुर्गों के साथ फिंगर प्रिंट की समस्या आती है। फिंगर प्रिंट मिलान न होने से योजना का लाभ नहीं मिल पाता। इसके लिए उन्हें अपना आधार कार्ड अपडेट कराना होगा। ताकि बीमार होने पर इलाज के दौरान आसानी से योजना का लाभ मिल सके।

कियोस्क सेंटर में 100 रुपए शुल्क
आयुष्मान कार्ड योजना में बुजुर्गों के पंजीयन घर बैठे मोबाइल से किए जा सकते हैं, लेकिन जानकारी के अभाव में लोग कियोस्क सेंटर जा रहे हैं। जहां उनसे 100 रुपए तक चार्ज किया जा रहा है। जबकि, यह प्रक्रिया पूरी तरह से नि:शुल्क है। एमपी ऑनलाइन के अलावा सरकारी अस्पताल, आयुष्मान सेंटर, आशा कार्यकर्ता और आयुष्मान योजना से संबद्ध निजी अस्पतालों में भी यह सुविधा उपलब्ध है। 

ऐसे करें घर बैठे आवेदन
आयुष्मान भारत योजना में बुजुर्गों के कार्ड बनवाने के लिए आधिकारिक वेबसाइट www.pmjay.gov.in पर जाएं। आवेदन के लिए आभा अवेदन चुनें। इसके बाद मांगी गई जानकारी फिल कर जरूरी दस्तावेज अपलोड कर ओटीपी वेरिफिकेशन करें। प्रक्रिया पूरी करने के बाद आवेदन सबमिट करें। आवेदन के करीब एक घंटे बाद ही आयुष्मान कार्ड बनकर तैयार हो जाएगा।

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एक्सपर्ट से जानें परेशानियों का समाधान 

  • मध्य प्रदेश में आयुष्मान भारत योजना के सीईओ डॉ. योगेश भरसट ने बुजुर्गों की परेशानी दूर करने घर-घर अभियान चलाया जाएगा। इसमें जरूरी डेटा का मिलान कराया जाएगा। ताकि, घर बैठे ऑनलाइन कार्ड बनवा सकें। पंजीयन में आ रही समस्यस्यों का समाधान भी बताया है। 
  • उम्र बढ़ने के साथ बुजुर्गों के अंगुलियों और अंगूठे के निशान घिस जाते हैं, चेहरे में भी झुर्रियां पड़ जाती हैं, जिस कारण फिंगरप्रिंट और फेस रिकॉग्निशन में परेशानी होती हैं। इसके लिए आईरिस स्कैनिंग और ओटीपी आधारित सत्यापन का विकल्प दिया गया है।  
  • समग्र आईडी और आधार कार्ड का डेटा अलग होने पर ई-केवाईसी कराना होगा। इससे भी खामियां दूर हो जाएंगी। 
  • आधार कार्ड में मोबाइल नंबर लिंक न होने पर ओटीपी वेरिफिकेशन नहीं हो पाता। इसलिए मोबाइल नंबर लिंक कराना अनिवार्य है। स्थानीय आधार सेंटर से मोबाइल नंबर अपडेट करवा लें।