Madhya Pradesh TB Free Campaign: Smoking करने वाले सावधान हो जाइए?, क्योंकि आपको भी टीबी की बीमारी हो सकती है। TB के डर से मध्यप्रदेश में सबसे ज्यादा धूम्रपान करने वाले लोग BCG का टीका लगवा रहे हैं। MP को टीबी मुक्त राज्य बनाने के लिए चल रहे BCG टीकाकरण अभियान के तहत 68 दिनों में कुल 8.35 लाख वयस्कों (adults) को टीका लगाया गया है।

रोज 4548 स्मोकर्स लगवा रहे टीका
सबसे ज्यादा 37 फीसदी यानी 3.10 लाख धूम्रपान करने वाले लोगों ने टीका लगवाया। औसत निकालें तो Smoking करने वाले 4548 लोग रोज टीका लगवा रहे हैं। इसके बाद 47800 अति कुपोषित वयस्कों ने टीका लगवाया है। बता दें कि एमपी के 26 जिलों में अभी टीकाकरण किया जा रहा है। इन जिलों में अभियान पूरा होने के बाद अन्य जिलों में शुरू किया जाएगा।

इन category के लोगों को लगाया जा रहा टीका 
बता दें कि केन्द्र सरकार के सहयोग 2025 तक MP को टीबी मुक्त करने के लिए 7 मार्च 2024 को वयस्क बीसीजी टीकाकरण अभियान शुरू किया गया था। अभियान के तहत 6 category के लोगों को चुना गया है। जो पहले टीबी रोगी रहे, टीबी मरीज के नजदीकी संपर्क में रहे हैं। धूम्रपान करने वाले, अति कुपोषित वयस्क, डायबिटीज मरीज़ और 60 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्तियों का चयन किया गया है। अभी तक कुल 8 लाख 35 हजार वयस्कों को बीसीजी का टीका लगाया गया है।

टीबी विन पोर्टल में हुई 55 लाख एंट्री
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, बीसीजी टीकाकरण का लेखा-जोखा रखने के लिए अलग से टीबी विन पोर्टल बनाया गया है। अभी तक इसमें 55 लाख 20 हजार हितग्राहियों की एंट्री की गई है। इन्हीं को बीसीजी का टीका लगाया गया है। अभी तक 84 लाख हितग्राहियों का चयन किया गया है। धूम्रपान करने वाले सबसे ज्यादा यह टीका लगवा रहे हैं।

पेंशनर्स और मजदूरों को भी जोड़ा 
टीकाकरण अभियान में अब पेंशनर्स और मजदूरों को भी जोड़ा है। प्रदेश में 6 लाख पेंशनर्स का चयन किया गया है। उनके पति या पत्नी को भी जोड़ लें तो इनकी संख्या 12 लाख हो जाती है। इसके साथ मजदूरों को टीका लगाने के लिए भी भोपाल से शिविरों की शुरुआत की गई है। श्रमिकों के लिए शिविर लगाए जा रहे हैं।

जानें किस कैटेगरी के कितने लोगों को लगा टीका 

  • धूम्रपान करने वाले: 3 लाख 10 हजार
  • अति कुपोषित वयस्क: 47800
  • 60 वर्ष से अधिक वाले बुजुर्ग: 21500
  • टीबी मरीज के संपर्क वाले: 12466
  • टीबी से मुक्त हुए लोग: 21260
  • डायबिटीज के मरीज और अन्य: 44000