भोपाल। देश की ऐतिहासिक स्थल में आने वाला भारत भवन कई दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है। कभी कार्यक्रम को लेकर चर्चा का विषय बनने वाला भारत भवन इन दिनों गंदगी को लेकर चर्चा का विषय बना है। सिर्फ भारत भवन ही नहीं बल्कि राजधानी के कई सभागार इन दिनों गंदगी की चपेट में है। जिसमें सबसे महंगा सभागार रवींद्र भवन का हंसध्वनी भी शामिल है, शहीद भवन, रवींद्र भवन का अंतरंग सभागार और स्वराज संचालनालय दफ्तर भी इसमें शामिल है। जब हरिभूमि ने इसकी असलियत की पड़ताल की तो इन सभागारों के वॉशरूम गंदगी के चपेट में नजर आए। यहां एक ओर पूरा देश स्वच्छता का पाठ पढ़ाने में लगा है तो दूसरी तरफ राजधानी की ऐतिहासिक और सबसे महंगे सभागार शामिल है। इस तरह की गंदगी से सबसे ज्यादा लोगों के अंदर यूटीआई के वायरस से फैलने वाली बीमारी का असर पड़ता है।
भारत भवन का शौचालय मिला गंदा
भारत भवन का पुरुष शौचालय की ओर जब पड़ताल की गई तो वहां का शौचालय गंदा मिला। इतना ही नहीं बल्कि इस तरह गंदा रहा की लोग वहां शौच के लिए जाना पसंद नहीं करेंगे। साथ इसमें कुछ शौचालय में बंद भी मिले। इतना ही नहीं बल्कि वेस्टर्न शौचालय पूरी तरह से गंदगी की चपेट में मिले।
रवींद्र भवन का महंगा सभागार का शौचालय गंदगी की चपेट में
रवींद्र भवन का हंसध्वनी सभागार जो कि शहर के महंगे सभागारों में शामिल है, उसके शौचालय भी गंदे मिले और इतना नहीं बल्कि शौचालयों की टाइल्स भी टूटी हुई मिली। वहीं मौजूद अंतरंग सभागार के शौचालयों का भी यही हाल रहा जो पूरी तरह से गंदगी की चपेट में थे।
स्वराज संचालनालय का शौचालय मिला सबसे अधिक गंदा
स्वराज संचालनालय की अगर बात की जाए तो यहां से ही शहीद भवन और स्वराज भवन का संचालन किया जाता है। जिसके शौचालय सबसे अधिक गंदगी की चपेट में देखने को मिले, यह हम नहीं तस्वीर कहती है। इतना ही नहीं बल्कि स्वराज संचालनालय इन दिनों शहीद भवन को लेकर काफी चर्चा में भी चल रहा है, लेकिन जब वहां कोई कलाकार जाएगा तो लगता है कि वहां के शौचालय में जाना पसंद नहीं करेगा।
बाथरूम की गंदगी से होने वाली कुछ बीमारियां ये हैं -
बैक्टीरिया से होने वाली बीमारियां: गंदे टॉयलेट से क्लैमाइडिया, गोनोरिया, सिफलिस जैसी बीमारियां हो सकती हैं। इनके अलावा, ट्रैकोमैटिस, स्ट्रेप्टोकोकस, स्टैफिलोकोकस और शिगेला जैसे बैक्टीरिया भी शौचालय की सीट पर रह सकते हैं।
वायरस से होने वाली बीमारियां: हेपेटाइटिस बी, हर्पीज और ह्यूमन पैपिलोमा वायरस इंफेक्शन जैसे वायरस भी गंदे टॉयलेट से फैल सकते हैं।
ई-कोलाई बैक्टीरिया: इससे उल्टी, दस्त और त्वचा एलर्जी जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
मूत्र पथ का संक्रमण
अगर पीछे से आगे की ओर पोंछा जाए, तो गुदा से योनि क्षेत्र में बैक्टीरिया फैल सकता है। इससे मूत्र पथ के संक्रमण (यूटीआई) का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए, टॉयलेट की सफाई बहुत जरूरी है। टॉयलेट सीट के साथ-साथ, टॉयलेट के दरवाजे के हैंडल को भी साफ करना चाहिए।