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Bhopal Nagar Nigam: मुख्यमंत्री मोहन यादव बुधवार, 2 अक्टूबर को गांधी जयंती पर भोपाल नगर निगम को 43 करोड़ की सौगात देंगे। सीएम 125 सीएनजी वाहन, स्वीपिंग मशीनें सौंपेंगें। कचरा स्टेशन और प्लास्टिक वेस्ट प्लांट का शुभारंभ करेंगे। 

Bhopal Nagar Nigam: मुख्यमंत्री मोहन यादव बुधवार को गांधी जयंती पर राजधानी भोपाल को 43 करोड़ की सौगात देने जा रहे हैं। सीएम इस दौरान नगर निगम प्रशासन को 125 सीएनजी वाहन, स्वीपिंग मशीनें भी सौंपेंगें। साथ ही कचरा स्टेशन और प्लास्टिक वेस्ट प्लांट का शुभारंभ करेंगे। 

भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर (मिंटो हॉल) में स्वच्छता कार्यक्रम आयोजित है। सीएम ने यहां शहर की साफ सफाई, पर्यावरण सुरक्षा और सेवा में विस्तार के लिए विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण-भूमिपूजन करेंगे। कार्यक्रम में 26 लोगों को अनुकंपा नियुक्ति के पत्र भी दिए जाएंगे। 

भोपाल को मिलीं यह सौगात 

  • नवीन गारबेज ट्रांसफर स्टेशन: 17 करोड़ 74 लाख की लागत से 3 नए ट्रांसफर स्टेशन बनाए गए हैं। इनसे कचरा प्रबंधन में सुधार होगा। साथ ही शहर की स्वच्छता में बढ़ोतरी होगी।
  • CNG वाहन: 8 करोड़ 75 लाख की लागत से 125 सीएनजी वाहन खरीदे गए हैं। जो डोर-डोर कचरा कलेक्शन करेंगे। इससे प्रदूषण और साफ-सफाई में सुधार होगा। 
  • रोड स्वीपिंग मशीन:  3 करोड़ 90 लाख की लागत से 6 रोड स्वीपिंग मशीनें खरीदी गई हैं। जो सड़कों धूल साफ करेंगी। इनमें से एक मशीन का लोकार्पण होगा। 
  • हुकलोडर: 4 करोड़ 10 लाख की लागत से 6 हुकलोडर मशीनें समर्पित की जाएंगी। इनसे कचरा प्रबंधन और ट्रांसपोर्टेशन क्षमता में सुधार होगा।
  • रेंडरिंग प्लांट: आदमपुर में 5 करोड़ की लागत से रेंडरिंग प्लांट स्थापित किया गया है। पर्यावरण संरक्षण की दिशा में यह महत्वपूर्ण प्रयास है।  
  • प्लास्टिक वेस्ट प्लांट: आदमपुर में 3 करोड़ 20 लाख की लागत से प्लास्टिक कचरा निष्पादन प्लांट स्थापित किया गया है। इससे प्लास्टिक कचरा प्रबंधन में मदद मिलेगी।
  • कोकोनट प्लांट: दानापानी में 20 लाख से कोकोनट प्लांट स्थापित किया गया है, जहां कचरे को रीसाइक्लि कर दोबारा उपयोग किया जा सकेगा
  • RRR ऑन व्हील: Reduce, Reuse, Recycle ऑन व्हील यूनिट से कचरे की रीसाइक्लिंग और दोबारा उपयोग को बढ़ावा मिलेगा।
  • श्रेडर मशीन और लिटर पिकिंग मशीन: सीएसआर मद से 2 श्रेडर मशीन और लिटर पिकिंग मशीन मिली है। 27 लाख की इन मशीनों से साफ-सफाई में मदद मिलेगी। 
  • सार्वजनिक शौचालय: 23 लाख की लागत से सार्वजनिक शौचालय बनाया गया है। इससे स्वच्छता और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार होगा।
  • कबाड़ से गौशाला: भोपाल में अनुपयोगी सामग्री से गौशाला बनाई गई है। यह गौशाला पर्यावरण और सामाजिक दोनों दृष्टि से अहम है।
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