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Bhopal Culture Karwan: कल्चर कारवां में शिरकत करने भोपाल आईं मेघना मलिक ने फिल्म इंडस्ट्री में महिलाओं की भूमिका पर खुलकर बात कही।

भोपाल। हमारी इंडस्ट्री में महिलाओं के साथ अनफेयर होता है, क्योंकि जहां 55 साल के अधेड़ पुरुष हीरो के रूप में आ सकते हैं, लेकिन वहीं 35 के बाद हीरोइन का रोल मिलना ही मुश्किल हो जाता है और हमें भाभी या मां का रोल ऑफर किया जाता है। 

मेरा तो यह मानना है कि ऐसा कौन सा क्षेत्र है, जहां महिलाओं के साथ अनफेयर नहीं होता। यह कहना है ‘ना आना इस देश में लाडो’ फेम मेघना मलिक का। जो कल्चर कारवां में शिरकत करने भोपाल आईं और हरिभूमि से बातचीत में अपने करियर पर चर्चा की।

भोपाल इतना स्वच्छ, लगता है रिटायरमेंट के बाद यहीं शिफ्ट हो जाऊं
मेघना ने कहा कि जब मैं अक्षय कुमार की फिल्म सेल्फी शूट करने भोपाल आई, तब भोपाल की स्वच्छता ने मुझे इतना इंप्रेस किया कि लगा कि रिटायरमेंट के बाद में यहीं सेटल हो जाऊं। 

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जीवन का चैलेंजिंग रोल अम्मा जी का रहा
मेघना ने कहा कि मेरे जीवन का सबसे ज्यादा चैलेंजिंग कोई रोल रहा तो वह अम्मा जी का रोल रहा जबकि मैं हरियाणा की हूं, उसके बाद भी अपनी बॉडी लैंग्वेज और अपने डायलॉग्स के लिए मुझे काफी प्रिपरेशन करनी पड़ी और डेली सोप तो अपने आप में वैसे ही चैलेंजिंग हो जाता है।

5 से 6 वेब सीरीज और फिल्मों में दिखूंगी
उन्होंने कहा कि आने वाले समय में करीब 5 से 6 वेब सीरीज और फिल्मों में दिखूंगी, जिसमें मेरा किरदार अलग-अलग प्रकार का ही है।

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