Bhopal Popular Places: मध्यप्रदेश में 55 जिले हैं। हर जिले की अपनी एक अलग पहचान है। रहन-सहन, बोली, व्यंजन के लिहाज से भी यह एक-दूसरे से अलग हैं। हरिभूमि आपको 'मेरा शहर' सेगमेंट में हर दिन एक जिले की संस्कृति, सभ्यता और वहां की परंपराओं से रूबरू करा रहा है। रविवार, 20 अक्टूबर को जानें राजधानी भोपाल की खासियत...।
भोपाल अपनी प्राकृतिक खूबसूरती और गहरी झीलों के लिए देशभर में विख्यात है। 2722 वर्ग किमी क्षेत्रफल वाले भोपाल जिले में कई पर्यटन स्थल हैं, जो सैलानियों को काफी पसंद हैं। प्राचीन किले, मंदिर, झरने और हरी-भरी वादियां यहां की मूल पहचान है।
भोपाल का इतिहास
- भोपाल मध्यप्रदेश की राजधानी और संभागीय मुख्यालय है। इसमें रायसेन, विदिशा, राजगढ़, गुना और सीहोर जिले आते हैं। इसका नाम परमार राजवंश के महान शासक राजभोज के नाम पर पड़ा है। जानकार बताते हैं कि भोपाल को बसाया राजाभोज ने ही था।
- भोपाल का नाम पहले भोजपाल था। उन्होंने यहां बड़े तालाब का निर्माण कराया था। जो भोजपुर शिव मंदिर तक फैला था। इस तालाब के पानी से गंभीर बीमारियां ठीक हो जाती थीं। मान्यता है कि राजा भोज को चर्म रोग था, वैद्य ने उन्हें इस तालाब के पानी में स्नान करने और पीने की सलाह दी थी। जिससे उनका चर्मरोग ठीक हो गया था।
भोपाल के लोकप्रिय व्यंजन
भोपाल शहर में एक बड़ी आबादी मुस्लिम समुदाय की है। यही कारण है कि यहां का करी कबाब काफी लोकप्रिय व्यंजन है। पोहा-जलेबी और भोपाली पान भी काफी प्रसिद्ध है।
भोपाल का रहन-सहन और बोली
भोपाल एक शांति प्रिय शहर है। यहां हर वर्ग के लोग आपस में मिल-जुलकर रहते हैं। धार्मिक आस्था और समृद्ध सांस्कृतिक की झलक यहां के कोने कोने में दिखाई देती है। यहां के लोगों का रहन-सहन, पहनावा और बोली भी अनूठी है। पुलिस के अनुसार, 2022 में 408 अपराध दर्ज हुए थे। 2023 में घटकर यह आंकड़ा 327 हो गया।
शिक्षा का हब बना भोपाल
भोपाल भारत की ग्रोइंग सिटी है। शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और औद्योगिक विकास के मामले में यह काफी समृद्ध है। भोपाल में छह बड़े विश्वविद्यालय हैं। बरकतउल्ला विवि, नेशनल लॉ कॉलेज, मैनिट, MCU पत्रकारिता विवि, इंस्टीट्यूट आफ होटल मैनेजमेंट सहित अन्य कई संस्थान हैं, जहां से हर साल हजारों प्रोफेशनल्स तैयार होते हैं।
भोपाल की प्रमुख इंडस्ट्रीज
भोपाल में मंडदीप, गोविंदपुरा, बैरागढ़ और बैरसिया सहित कई औद्योगिक क्षेत्र हैं। जहां कैमिकल, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, कृषि, खाद्य उत्पाद और कपड़ों का उत्पादन होता है। ट्रैक्टर्स और फार्म की भी यहां बड़ी इंडस्ट्री है। भोपाल लोकप्रिय मीडिया आउटलेट है। यहां देश के कई बड़े मीडिया संस्थान हैं, जहां हजारों लोगों को रोजगार मिल रहा है।
भोपाल में प्रति व्यक्ति आय
- भोपाल में प्रति व्यक्ति आय तेजी से बढ़ रही है। 2023-24 में यह आंकड़ा 63 हजार 379 से बढ़कर 66 हजार 441 हो गया है। यानी प्रति व्यक्ति में 3 हजार 62 रुपए बढ़ी है।
- मध्यप्रदेश में मांस का उत्पादन 9.37%, दूध का उत्पादन 5.88%, अंडे का 9.48% की दर से बढ़ रहा है। इससे प्रति व्यक्ति आय में 10 हजार रुपए बढ़ी है।
भोपाल के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल
- भीमबेटिका: भोपाल से 46 किमी दूर स्थित भीमबेटिका महाभारत कालीन स्थल है। यहां 500 अधिक भित्तचित्र और गुफाएं हैं। पांडवों ने यहां कुछ समय बिताया था।
- भोजपुर: भोपाल से 28 किमी दूर बेतवा नदी के किनारे भोजपुर का प्राचीन शिवमंदिर स्थित है। मंदिर में देश का सबसे बड़ा शिवलिंग स्थापित है। ताज-उल-मस्जिद: भोपाल में शाहजहां बेगम के शासनकाल का बना मस्जिद है। जो भारत के सबसे विशाल मस्जिदों में एक है।
- बिरला मंदिर: भोपाल में विधानसभा के पास पहाड़ी पर बिरला मंदिर बना है। मंदिर में लक्ष्मी-नारायण की प्रतिमा विराजी है। भोपाल के उच्चतम प्वाइंट पर स्थित है।
- फिश एक्वेरियम: राजभवन के पास स्थित फिश एक्वेरियम मछली जैसी संरचना है। इसके निचले हिस्से में 26 बड़े एक्वेरियम और 66 प्रकार की मछलियां हैं।
- गुफा मंदिर: लालघाटी स्थित गुफा मंदिर भोपाल का प्रमुख पर्यटन स्थल है। गुफा के अदंर यहां शिवलिंग स्थापित हैं।
- भारत भवन: भोपाल का ऐतिहासिक कला केंद्र है। बड़े तालाब और सीएम हाउस के पास स्थित इस केंद्र में रंगमंचीय कार्यक्रम, ललित कला, कविताओं का संग्रह मौजूद है।
- मानव संग्रहालय: यह मानवविज्ञान संग्रहालय है। इसमें मानव और संस्कृति के विकास के इतिहास को प्रदर्शित किया गया है।
- गौहर महल: भोपाल में यह झील के किनारे स्थित है। इस महल को 1820 में कुदसिया बेगम ने बनवाया था। यह कला और का वास्तुशिल्प का बेहतरीन नमूना है।
- शौकत महल: भोपाल जंक्शन से 4 किमी की दूरी पर स्थित है । यह भोपाल के सबसे अनोखे वास्तुशिल्प में से एक है।
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भोपाल की अन्य शहरों से कनेक्टविटी
भोपाल की कनेक्टविटी देश के लगभग सभी बड़े शहरों से है। दिल्ली, मुम्बई, बेंगलुरू और गोवा के लिए सीधी फ्लाइट उपलब्ध है। रेलवे के जरिए भी भोपाल प्रमुख शहरों से जुड़ा है। भोपाल के 3 प्रमुख रेलवे स्टेशनों से रोजाना 200 से अधिक यात्री ट्रेनें अलग-अलग शहरों के लिए जाती हैं। सिटी बसों का मजबूत नेटवर्क है। मेट्रो का स्ट्रक्चर बनकर तैयार है। जल्द ही लोग यहां मेट्रो का लुत्फ उठा सकेंगे।