Bhopal teacher suicide Case : मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में सरकारी शिक्षक ने बेटे की जिद के चलते अपनी जिदंगी दांव पर लगा दी। नजीराबाद की प्राथमिक शाला में पदस्थ शिक्षक ने रविवार सुबह खेत में जहर निगल लिया था, देर रात इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। पुलिस को मृतक की जेब से सुसाइड भी नोट मिला है। जिसमें उन्होंने बच्चों को कार देने और सुसाइड के लिए खुद को जिम्मेदार ठहराया है। पुलिस से किसी को परेशान न करने की बात लिखी है।
दो बेटे और दो बेटियों की जिम्मेदारी
नजीराबाद पुलिस ने बातया कि शिक्षक मोहर सिंह (51) कोलूखेड़ी के रहने वाले थे। गांव की सरकारी स्कूल में ही वह शिक्षक थे। उनके दो बेटे और दो बेटियां हैं। मोहर सिंह रविवार सुबह घर से खेत के लिए निकले थे। सुबह 11 बजे खेत में जहरीला पदार्थ खा लिया। कुछ देर बाद उनके भाई गोवर्धन खेत जा रहे थे, तभी रास्ते में मोहर सिंह को जमीन पर पड़ा देख हैरान हो गए। आनन फानन में परिजनों को सूचित कर अस्पताल लेकर पहुंचे।
मुंह से निकल रहा था झाग
गोवर्धन ने पुलिस को बताया कि जिस समय वह खेत पहुंच तो मोहर सिंह जमीन पर पड़े हुए थे, उनके मुंह से झाग निकल रहा था। वह अचेत थे। तुरंत भोपाल के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन रविवार रात इलाज के दौरान मौत हो गई।
बड़े बेटे को दे दें जीप
पुलिस को मृतक की जेब से सुसाइड नोट मिला है। इसमें मोहर सिंह ने लिखा कि वह अपनी इच्छा से आत्महत्या कर रहे हैं। परिवार में किसी को भी इसके लिए परेशान न किया जाए। बोलेरो गाड़ी बड़े बेटे को देना। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच कर रही है।