Waqf Act 2025: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में गुरुवार (10 अप्रैल) को वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ वृहद प्रदर्शन हुआ। सेंट्रल लाइब्रेरी ग्राउंड पर मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के बैनर तले सैकड़ों की संख्या में मुस्लिम परिवारों ने धरना प्रदर्शन किया। शाम 4 बजे यह धरना-प्रदर्शन शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गया।
झंडा-बैनर और बाइक रैली पर मनाही
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य आरिफ मसूद ने बताया कि धरना-प्रदर्शन का कार्यक्रम पूर्व निर्धारित था। इसे लेकर पहले ही स्पष्ट कर दिया गया था कि धरना प्रदर्शन 2 घंटे का होगा। इसमें झंडा-बैनर लाने और बाइक रैली निकालने से मना किया गया था।
मुस्लिम हितों को नजरअंदाज किया
वक्फ कानून के खिलाफ मुस्लिम समुदाय में जबरदस्त आक्रोश है। जमियत-ए-उलेमा के अध्यक्ष हाजी मोहम्मद हारून ने कहा, हमारे हितों को नजरअंदाज करते हुए यह कानून जबरन थोपा जा रहा है। भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में ऐसा कभी नहीं हुआ।
ब्रिटिश सरकार में भी होता था विमर्श
हाजी मोहम्मद हारून ने बताया कि वक्फ संशोधन कानून बुराइयां ही बुराइयां नजर आती हैं। भारत एक लोकतांत्रिक देश है। यहां किसी पर कुछ थोपा नहीं जा सकता। ब्रिटिश सरकार में भी कानून बनाने से पहले संबंधित लोगों से विमर्श किया जाता था, लेकिन आज बिना किसी चर्चा के इतने महत्वपूर्ण बदलाव कर दिए गए।
अल्लाह की मदद हमारे साथ: मसूद
ऑल इंडिया पर्सनल लॉ बोर्ड के मेंबर आरिफ मसूद ने कहा, बोर्ड का फैसला देर से होता है, लेकिन सही होता है। शाहबानो केस में जो फैसला लिया था, वह सटीक साबित हुआ है। आज फिर बोर्ड फैसला ले रहा है, और यकीन मानिए, अल्लाह की मदद हम सबके साथ है।
लोगों को बरगलाया जा रहा
आरिफ मसूद ने बताया कि लोगों को बरगलाया जा रहा है कि वक्फ की जमीनें कब्जेदारों से लेकर गरीबों में बांटी जाएंगी। बिल में अगर वाकई यह लिखा हो कि कब्जेदारों से जमीन लेकर गरीबों को दी जाएंगी, तो मैं खुद हिमायत करूंगा। वक्फ की जागीर नवाबों, राजाओं और बादशाहों की नहीं है। इन्हें उन लोगों ने वक्फ के नाम किया है, जिन्हें अल्लाह ने हिदायत दी। कई वक्फ जमीनें खसरों में दर्ज हैं। हम ट्रिब्यूनल से जीत चुके हैं। हाईकोर्ट से भी जीतेंगे।