भोपाल। केन्द्रीयसंस्कृत विश्वविद्यालय में सोमवार को ‘मदर टंग एस द मीडियम ऑफ इंस्ट्रक्शन एंड द रोल ऑफ इंग्लिश इन द विकसित भारत@ 2047’ विषय पर अंग्रेजी विभाग द्वारा परिचर्चा का आयोजन किया गया। इस परिचर्चा में मुख्य वक्ता प्रो.निधि तिवारी विभागाध्यक्ष, सामाजिक विज्ञान क्षेत्रीय शिक्षण संस्थान , प्रो. रत्नमाला आर्य, संकाय अध्यक्ष शिक्षाशास्त्री क्षेत्रीय शिक्षण संस्थान रहीं।
अंग्रेजी भाषा के वैश्विक स्वरूप की दी गई जानकारी
परिचर्चा में भारत में अंग्रेजी भाषा के वैश्विक स्वरूप की जानकारी दी गई, विशिष्ट वक्ता प्रो.रत्नमाला आर्य ने कहा कि मातृभाषा में बात करते हैं या सुनते है तो हमारा मन मस्तिष्क तुरंत प्रतिक्रिया करता है। किसी भी दूसरी भाषा में समझना मुश्किल है इसलिए अपनी मातृभाषा के माध्यम से समझना आसान होता है, नई शिक्षा नीति में भी कहा गया है कि मातृभाषा को माध्यम बनाकर ही सीखना और समझना उचित है। कार्यक्रम के अध्यक्ष प्रो सुबोध शर्मा ने अपने वक्तव्य में कहा कि यह कार्यक्रम अत्यंत उपयोगी रहा क्योंकि इस परिचर्चा में भाषा के महत्व और कैसे अपनी मातृभाषा को आत्मसात करना चाहिए विषय पर जानकारी साझा की गई ।