भोपाल। भोपाल पुलिस ने शनिवार- रविवार की दरमियानी रात कॉम्बिंग गश्त की। इस दौरान स्थाई और फरार वारंटियों समेत कुल 927 बदमाशों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस कमिश्नरेट सिस्टम की यह 16वीं कॉम्बिंग गश्त थी। कॉम्बिंग गश्त के दौरान अब तक कुल 9335 बदमाशों को गिरफ्तार किया जा चुका है। 4 जोन के करीब 1000 पुलिस अधिकारियों और कर्मचारी ने रात में करीब 6 घंटे तक शहर में कॉम्बिंग गश्त की।
पुलिस कमिश्नर कार्यालय परिसर में सभी थानों का बल, रक्षित केंद्र का बल, कमिश्नर कार्यालय स्टॉफ को टीम वर्क में कार्य करने, संवेदनशीलता और विवेकपूर्ण तरीके से बदमाशों की धरपकड़ करने हेतु ब्रीफ कर टीम बनाकर क्षेत्रों में रवाना किया गया।
अधिकारियों ने की मॉनिटरिंग
वरिष्ठ अधिकारी रात्रि गश्त की मॉनिटरिंग करते रहे और आवश्यक दिशा निर्देश देते रहे। कॉम्बिंग गश्त रात करीब 11 बजे शुरू हुई, जो सुबह 5 बजे तक चलती रही। इस दौरान कुल 529 स्थाई वारंट, 398 गिरफ्तारी वारंट, 140 जमानतीय वारंट समेत कुल 1067 बदमाशों के खिलाफ कार्रवाई की गई। साथ ही 152 गुंडा, बदमाश और 168 निगरानी बदमाश चेक किए गए।
इस प्रकार हुई जोनवार कार्रवाई
1. जोन क्रमांक -1 क्षेत्र में सर्वाधिक थाना रातीबढ़ पुलिस द्वारा कुल 19 स्थाई एवं 16 गिरफ्तारी वारंटी समेत कुल 35 बदमाशों को गिरफ्तार किया गया है।
2. जोन क्रमांक-2 में सर्वाधिक थाना बाग सेवनिया पुलिस द्वारा कुल 37 स्थाई एवं 19 गिरफ्तारी वारंटी समेत कुल 56 बदमाशों को गिरफ्तार किया गया है।
3. जोन क्रमांक-3 में सर्वाधिक थाना हनुमानगंज पुलिस द्वारा कुल 28 स्थाई एवं 23 गिरफ्तारी वारंटी समेत कुल 51 बदमाशों को गिरफ्तार किया गया है।
4. जोन क्रमांक-4 में सर्वाधिक थाना निशातपुरा पुलिस द्वारा 40 स्थाई एवं 30 गिरफ्तारी वारंटी समेत कुल 70 बदमाशों को गिरफ्तार किया गया है। 16 कांबिंग गश्त में कुल 9335 गिरफ्तार भोपाल पुलिस कमिश्नरेट सिस्टम की यह 16वीं कांबिंग गश्त थी।
अब तक कुल 9335 स्थाई, गिरफ्तारी वारंटी और बदमाशों को गिरफ्तार कर वैधानिक कार्रवाई की जा चुकी है। काम्बिंग गश्त का मुख्य उद्देश्य फरार स्थाई, गिरफ्तारी, जमानतीय वारंटो की धरपकड़ एवं सर्चिंग हेतु पुलिस का एक अहम एवं विशेष अभियान होता है, जो की मुख्य रूप से रात्रि में ही चलाया जाता है। इसमें न्यायालय द्वारा जारी स्थाई, गिरफ्तारी, जमानती वारंटी की धरपकड़, गुंडे बदमाशों की चेकिंग, निगरानी बदमाशों की चेकिंग इत्यादि उद्देश्य शामिल होते हैं। इस प्रकार की गश्त से अपराधियों में पुलिस और कानून का खौफ बढ़ता है।