Bhopal Crime news: राजधनी भोपाल स्थित निजी स्कूल के हॉस्टल में आठ साल की मासूम से दुष्कर्म के मामले में पुलिस ने स्कूल संचालक व एएसआई प्रकाश सिंह राजपूत को गिरफ्तार किया है। मिसरोद थाने में पदस्थ ASI की भूमिका भी संदिग्ध है। 13 दिन तक जांच के नाम पर वह पीड़ित परिवार को गुमराह करते रहे। बाल कल्याण समिति की रिपोर्ट के बाद सोमवार की रात यह गिरफ्तारी की है।
दरअसल, बाल कल्याण समिति की टीम दो दिन पहले पीड़िता के घर पहुंची और अकेले में बच्ची की काउंसिलिंग कर घटनाक्रम की जानकारी ली। बताचीत और बयानों के आधार पर पुलिस ने स्कूल संचालक को गिरफ्तार किया है।
15 दिन पहले ही कराया था एडमिशन
भोपाल के मिसरोद थाना क्षेत्र में संचालित बोर्डिंग स्कूल के हॉस्टल में दूसरी कक्षा की आठ वर्षीय छात्रा से दुष्कर्म हुआ है। घटना अप्रैल महीने की है। अभिभावकों ने 15 दिन पहले ही बच्ची का दाखिला हॉस्टल में कराया था। बच्ची के पिता बिजनेसमैन और गृहणी हैं। घटना के उन्होंने पुलिस को बताया कि 'हॉस्टल के नियम अनुसार हर रविवार बच्चों से मिलाने की बात हुई थी।
प्राइवेट पार्ट में सूजन और ब्लीडिंग
अप्रेल में रविवार को वीडियो कॉल किया तो बच्ची रोने लगी। बोली कि उसे ब्लीडिंग हुई है। मां ने जब और डिटेल पूछा तो वार्डन ने फोन काट दिया। इसके बाद वह तुरंत इंदौर से स्कूल पहुंचीं और बच्ची को जेपी अस्पताल लेकर चेकअप कराया। डॉक्टर ने बताया कि बच्ची के प्राइवेट पार्ट में सूजन और ब्लीडिंग है।
नींद खुली तो कमरे से बाहर थी बच्ची
बच्ची की मां ने पुलिस को बताया कि घटना के बाद जब बच्ची से मिली तो वह लिपटकर रोने लगी। लेकिन डर के चलते कुछ कह नहीं पा रही थी। कार में जाते वक्त बताया कि चार-पांच दिन पहले शाम को दाल चावल खाए थे। इसके बाद वार्डन ने दोबारा दाल-चावल खिलाए। जिसके बाद वह अचेत हो गई। रात में जब नींद खुली तो वह अपने कमरे और बिस्तर पर नहीं थी। मोटे से दाढ़ी वाले अंकल गलत काम कर रहे थे।
वार्डन सहित दो आरोपी फरार
बच्ची ने मां को यह भी बताया कि पास में खड़े एक अंकल कह रहे थे, मोदी साहब, बच्ची को होश आ गया है। उन्होंने दो-तीन बार बोला, जिसके बाद मेरी आंख पर हाथ रख दिया। पुलिस ने बाल कल्याण समिति की रिपोर्ट और बच्ची से पहचान कराने के बाद स्कूल संचालक मिनी राज मोदी को सोमवार रात गिरफ्तार कर लिया। हास्टल की वार्डन व एक अन्य आरोपी अब भी फरार है।