Bhopal Crime News: भोपाल से सनसनीखेज खबर है। शाहजहांनाबाद में 3 दिन से लापता बच्ची का शव गुरुवार(26 सितंबर) को मिल गया है। जिस मल्टीस्टोरी बिल्डिंग में बच्ची रहती थी, उसी के ब्लॉक नंबर 1 में पानी की टंकी में 5 साल की बच्ची का शव मिला है। स्थानीय लोगों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया। पुलिस ने बच्ची के लापता होने के मामले में दो संदेहियों को हिरासत में लिया है।

5 थानों के 100 से ज्यादा पुलिसकर्मी ढूंढ रहे थे
बाजपेयी नगर की मल्टी से मंगलवार दोपहर 12 बजे 5 साल की बच्ची लापता हुई थी। ड्रोन, डॉग स्क्वायड, साइबर और 5 थानों के 100 से ज्यादा पुलिसकर्मी उसे ढूंढ रहे थे। बच्ची की तलाश में 1000 से ज्यादा फ्लैट की तलाशी ली गई। मल्टी के पास नाले, पानी की टंकियां और अन्य जल स्रोतों में भी गोताखोर बच्ची को तलाश चुके थे।

किताब लेने की बात कहकर निकली थी बच्ची
जानकारी के मुताबिक, बाजपेयी नगर की मल्टीस्टोरी बिल्डिंग से बच्ची मंगलवार को दादी के पास से किताब लेने की बात कहकर निकली थी। लेकिन वापस नहीं लौटी। काफी तलाश के बाद भी बच्ची का कोई सुराग नहीं मिला। तीन दिन बाद जब बच्ची का शव पानी की टंकी में मिला तो सभी के होश उड़ गए। यह जानकारी मिलते ही स्थानीय लोग इकट्ठा हो गए हो गए हौर हंगामा करने लगे। लोगों का कहना है कि पुलिस से इस बंद फ्लैट को खुलवाने की मांग की थी। इस पर कोई एक्शन नहीं लिया गया।  

पुलिस पर लापरवाही का आरोप
स्थानीय निवासियों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझते हुए सही समय पर जांच नहीं की। लोगों का कहना है कि अगर पुलिस ने शुरुआत में ही सक्रियता दिखाई होती, तो शायद बच्ची को बचाया जा सकता था। स्थानीय लोगों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है, और उन्होंने पुलिस से सही तरीके से जांच करने की अपील की है।

घटना की जांच का आदेश
इस दुखद घटना के बाद भोपाल पुलिस ने मामले की जांच का आदेश दिया है। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि वे इस मामले में गहनता से जांच करेंगे और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि घटना की पूरी सच्चाई को उजागर किया जाएगा। बच्ची के शव मिलने की खबर ने उसके परिवार में मातम का माहौल बना दिया है। 

6 साल पहले सितंबर में हुआ था कान्हा का अपहरण
शाहजहांनाबाद स्थित 108 कार्यालय के सामने से 3 सितंबर 2018 को बाइक सवार बदमाशों ने 9 महीने के बच्चे का अपहरण किया था। रात 11 बजे राकेश ढोढ़ियार के घर दो बाइक सवार पहुंचे थे। बाइक सवारों ने कहा था कि जन्माष्टमी पर आपके 9 महीने के बच्चे को कृष्ण बनाना चाहते हैं। पास में ही आयोजन है। बच्चे को लेकर 15 मिनट में आ जाएंगे। राकेश की पत्नी ने मना किया तो वे जिद करने लगे। राकेश ने भी साथ चलने का कहा था। बाइक स्टार्ट करने के बाद पीछे बैठे बदमाश ने बच्चे को गोद में ले लिया। राकेश बाइक पर बैठते इससे पहले ही बदमाश ने उन्हें धक्का दिया और बच्चे को लेकर फरार हो गए थे। छह साल बाद बच्चे का सुराग नहीं लगा।