Bhopal Smart City Fraud: भोपाल स्मार्ट सिटी के अधीक्षण यंत्री (SE) प्रदीप जैन की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। वित्तीय अनियमितता के मामले में उनके खिलाफ भोपाल लोकायुक्त की टीम ने छापेमारी की है। जांच में जो दस्तावेज मिले हैं, उनकी पड़ताल की जा रही है। लोकायुक्त पुलिस पैन कार्ड की मदद से एसई प्रदीप जैन के बैंक अकाउंट्स और ट्रांजेक्शन की डिटेल्स खंगालेगी। शुरुआती जांच में 7 करोड़ की संपत्ति के प्रमाण मिले हैं।
विदेश में निवेश की आशंका
लोकायुक्त पुलिस को प्रदीप जैन के फॉरेन इनवेस्टमेंट की आशंका है। हालांकि, इससे जुड़े सुबूत सामने नहीं आए। लोकायुक्त एसपी भोपाल मनु व्यास ने बताया कि प्रदीप जैन के बेटा अमेरिका और बेटी कनाडा में नौकरी करते हैं। उप पंजीयक कार्यालय से सोमवार को रजिस्ट्री की सर्टिफाइड कॉपी और ट्रांजेक्शन हिस्ट्री निकाली जाएगी।
बेटे के नाम पर 3 मंजिला बंगला, मिसरोद में डुपलेक्स
लोकायुक्त पुलिस प्रदीप की मिसरोद स्थित इस प्रॉपर्टी को भी जांच में लिया है। शेयर और बीमा पॉलिसी में उनके द्वारा किए गए निवेश की भी पड़ताल की जा रही है। प्रदीप के बेटे के नाम पर 3 मंजिला बंगला मिला है, उसका भी मूल्यांकन कराया जा रहा है।
छापेमारी की वीडियो रिकॉर्डिंग
लोकायुक्त ने छापेमारी कार्रवाई की वीडियो रिकॉर्डिंग कराई है। जिसकी डाटा एविडेंस के रूप में स्टोर किया गया है। जांच टीम इसे सबूत के तौर पर अदालत में पेश कर सकती है। ट्रायल के दौरान मौजूदा हैश वैल्यू में बदलाव हुआ तो आरोपी को फायदा मिल सकता है।