Soybean MSP Price: मध्यप्रदेश के किसानों को बड़ी सौगात मिली है। केंद्र सरकार ने सोयाबीन की MSP पर खरीदी को लेकर बड़ा फैसला सुनाया है। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोयाबीन का MSP 4892 रुपए प्रति क्विंटल करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। अब किसनों की सोयाबीन 4892 रुपए में मोहन सरकार खरीदेगी। बता दें कि मंगलवार को एमपी की मोहन सरकार ने केंद्र को यह प्रस्ताव भेजा था। प्रस्ताव मिलने के तत्काल बाद केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को इसे मंजूरी दे दी।
किसानों की सेवा करना भगवान से प्रार्थना करने जैसा
शिवराज सिंह ने कहा कि कृषि और किसान कल्याण पीएम मोदी की सर्वोच्च प्राथमिकता है। हमारे लिए किसानों की सेवा करना भगवान से प्रार्थना करने जैसा है। शिवराज ने कहा कि पिछले दिनों मध्यप्रदेश के किसान चिंतित थे कि सोयाबीन MSP के नीचे बिक रहा था। कल रात को ही मध्यप्रदेश सरकार का MSP पर सोयाबीन की खरीदी का प्रस्ताव हमारे पास आया है। उस प्रस्ताव को हमने स्वीकृति दे दी है।
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किसान के पसीने की पूरी कीमत दी जाएगी
शिवराज ने कहा कि मध्यप्रदेश के किसान चिंता न करें। सोयाबीन की MSP की जो दरें हैं उस पर खरीदा जाएगा। किसान के पसीने की पूरी कीमत दी जाएगी। शिवराज ने कहा कि सबसे पहले हमने महाराष्ट्र और कर्नाटक जैसे राज्यों को एमएसपी पर सोयाबीन खरीदने की अनुमति दी।
20 दिन से चल रहा आंदोलन
मध्यप्रदेश के किसान सोयाबीन के दाम 6 हजार रुपए कराने और MSP पर खरीदी की मांग को लेकर 20 दिनों से आंदोलन कर रहे हैं। कई संगठन और राजनीतिक दल भी इस आंदोलन को समर्थन दे रहे हैं। PCC चीफ जीतू पटवारी के नेतृत्व में कांग्रेस ने मंगलवार को मंदसौर जिले के गरोठ विधानसभा क्षेत्र में ट्रैक्टर रैली निकाली थी। पटवारी ने साठखेड़ा में किसान सम्मेलन किया था। पटवारी ने एमएसपी लागू नहीं करने के विरोध में सोयाबीन के पौधों की माला पहनी थी।
सोयाबीन पैदा करने में एमपी नंबर वन
केंद्र सरकार ने पिछले हफ्ते तीन राज्यों महाराष्ट्र, कर्नाटक और तेलंगाना में पीएसएस (प्राइज सपोर्ट स्कीम) योजना से एमएसपी पर सोयाबीन खरीदने की मंजूरी दी थी। बता दें कि मध्यप्रदेश सोयाबीन पैदा करने में देश में नंबर वन पर है। MP में 5.47 मिलियन टन सोयाबीन उत्पादन होता है। MP में देश के कुल उत्पादन का 41.92% सोयाबीन पैदा हो रहा है। इसीलिए MP को ‘सोयाबीन प्रदेश’ बनने का ताज भी मिला है।