women Empowerment: मध्यप्रदेश में सरकारी नौकरी के बाद सियासत में महिलाओं का कोटा बढ़ाया जाएगा। भाजपा नेतृत्व ने बूथ कमेटी से लेकर प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर तक महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने का निर्णय लिया है। जारी गाइडलाइन के अनुसार, बूथ कमेटी में कम से कम 3 महिला सदस्य होना अनिवार्य है। 

नौकरी में 35% महिला आरक्षण 
दरअसल, मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी महिलाओं के बीच काफी पापुलर है। 2023 के चुनाव में उन्होंने अहम भूमिका निभाई थी। बीजेपी महिला वोटर्स में अपनी पकड़ कमजोर नहीं होने देना चाहती। मोहन कैबिनेट ने हाल ही में सिविल सर्विस में महिला आरक्षण बढ़ाकर 35 फीसदी कर दिया है। पार्टी संगठन में भी महिलाओं की भूमिका अहम होने वाली है। 

14 से 20 नवंबर तक होंगे 
भाजपा ने 2 सितंबर से 15 अक्टूबर तक वृहद स्तर तक सदस्यता अभियान चलाया। इसके बाद संगठन चुनाव की प्रक्रिया शुरू हुई। 14 नवंबर से 20 नवंबर तक बूथ कमेटियां गठित की जाएंगी। इसके बाद मंडल और जिला कमेटियां गठित की जाएंगी।  

बूथ समिति में 3 महिलाएं होंगी 
बीजेपी में संगठन चुनाव को लेकर अभी कार्यशाला आयोजित की जा रही हैं। तय गाइडलाइन के अनुसार, 11 सदस्यीय बूथ कमेटी में कम से कम 3 महिलाओं को होना अनिवार्य है। पन्ना समितियों में भी 33 फीसदी महिलाओं का महत्व मिलेगा। 

21 नवंबर को दिल्ली में बैठक 
भाजपा की संगठन चुनाव को लेकर बैठक 21 नवंबर को दिल्ली में होनी है। इसमें मंडल अध्यक्ष, जिलाध्यक्ष और प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव का शेड्यूल तय हो सकता है। बैठक में मुख्य चुनाव अधिकारी विवेक शेजवलकर, सह चुनाव अधिकारी रजनीश अग्रवाल, अर्चना चिटनीस, जीतू जिराती और डॉ. प्रभुलाल जाटव भी शामिल होंगे। 

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महिला सशक्तिकरण की पक्षधर है भाजपा 
भाजपा नेत्री व सह प्रवक्ता प्रियांशा उरमिलया ने बताया कि बीजेपी ने हमेशा महिला सशक्तीकरण पर जोर दिया है। सिविल सर्विस में महिला आरक्षण से पहले स्वयं सहायता समूहों के जरिए हजारों महिलाओं को व्यापार-व्यवसाय से जोड़ा। पुलिस, आंगनवाड़ी, टीचर और अब सेना में भी महिलाओं को महत्व दिया जा रहा है।