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MP की 16वीं विधानसभा के चौथे दिन सोमवार को पांच मुद्दों पर हंगामा हुआ। सबसे पहले आयकर नोटिस भेजने, फिर किसानों के खिलाफ बिजली चोरी का मामला गरमाया। इसके बाद अंतरिम बजट, भारत रत्न और आखिरी में टंट्या मामा के मुद्दे पर हंगामा हुआ।

भोपाल। मध्यप्रदेश में 16वीं विधानसभा का बजट सत्र चल रहा है। बजट सत्र के चौथे दिन सोमवार को पांच मुद्दों पर हंगामा हुआ। सबसे पहले कांग्रेस नेताओं को आयकर नोटिस भेजने पर बहस हुई। फिर किसानों के खिलाफ बिजली चोरी मामला गरमाया। इसके बाद अंतरिम बजट, भारत रत्न और आखिरी में टंट्या मामा के मुद्दे पर विपक्ष और सत्ता पक्ष के सदस्यों के बीच जमकर बहस और हंगामा हुआ। सदन में जमकर गहमागहमी हुई। विपक्ष ने विकास को लेकर कई तरह के मुद्दे उठाए।

  • टंट्या मामा:-

ऐसे शुरू हुआ हंगामा, जानें किसने, क्या कहा
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सदन में कहा कि टंट्या मामा के अपमान का अगर कोई जिम्मेदार है तो वह कांग्रेस है। कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि कांग्रेस ने टंट्या मामा को लुटेरा कहा था। विजयवर्गीय के बयान पर कांग्रेस विधायकों ने आपत्ति जताई। कांग्रेस विधायकों ने विजयवर्गीय के बयान को सदन की कार्यवाही से विलोपित करने की मांग की। इस पर भाजपा के विधायकों ने कहा-NCERT की किताबों में साफ तौर पर लुटेरा लिखा था। उसे मुरली मनोहर जोशी ने ठीक करने का काम किया था।

मैं किताबे देखने के बाद ही निर्णण ले पाऊंगा 
इसी बीच विधानसभा अध्यक्ष ने नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि एक विषय कैलाश जी ने उठाया। उस पर कांग्रेस के लोगों को आपत्ति है। बहुत से सदस्यों ने NCERT की किताबों का हवाला दिया। चूंकि अभी मेरे सामने किताब नहीं है। मैं किताब देखने के बाद कुछ निर्णय ले पाऊंगा। अध्यक्ष के बयान के बाद भी कांग्रेस विधायक शब्दों को विलोपित करने की मांग पर अड़े। रामनिवास रावत और नरेंद्र सिंह कुशवाह के बीच विवाद की स्थिति बनी। अध्यक्ष ने हस्तक्षेप किया। बाद में कांग्रेस सदस्यों ने सदन से वॉकआउट कर दिया।

  • 2:-भारत रत्न

सीएम बोले-कांग्रेस ने जिन पर ध्यान नहीं दिया, भारत सरकार ने रत्न दिया 
सीएम मोहन यादव ने कहा कि पांच भारत रत्न दिए गए। इसमें कर्पूरी ठाकुर, लालकृष्ण आडवाणी, चौधरी चरण सिंह, डॉक्टर स्वामीनाथन और नरसिम्हा राव शामिल हैं। जिनके लिए कांग्रेस पार्टी ने कोई ध्यान नहीं दिया। उनको भी भारत सरकार भारत रत्न देने जा रही है। 

उमंग सिंघार के बयान पर सत्त पक्ष ने किया हंगामा 
इसी बीच नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार बोले कि भारत रत्न एक बहुत बड़ा गौरवशाली सम्मान होता है और जो भारत के संविधान में उल्लेखित है लेकिन आपने एक साल में 5- 6 बांट दिए। उमंग के बयान पर सत्ता पक्ष के विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया। जिस पर अध्यक्ष ने व्यवस्था देते हुए कहा भारत रत्न भारतवर्ष का सर्वोच्च सम्मान है इस पर कोई टिप्पणी नहीं की जा सकती, जो शब्द आए हैं उनको विलोपित किया जाता है।

  • 3:-अंतरिम बजट  
  • वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने अंतरिम बजट पेश किया। इस पर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा-मोदी की कोई गारंटी पूरी नहीं हो रही है। जमीन पर दिखे तब तो गारंटी पूरी होना माना जाएगा। घोषणाएं कहां पूरी हो रही हैं। जो वादे किए थे समर्थन मूल्य में गेहूं खरीदी, रसोई गैस 400 रुपए में कहा पूरे हो रहे हैं। उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने कहा कि 2023-24 का 42% बजट ही खर्च हुआ है। ऐसे में अनुपूरक बजट क्यों लाया जा रहा है? हम लेखानुदान का विरोध करेंगे। वहीं, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि मोदी की गारंटी पूरी नहीं हो रही है। जमीन पर दिखे, तब तो हम मानेंगे कि गारंटी पूरी हो रही है। घोषणाएं पूरी होती नजर नहीं आ रही है। 

4:-किसानों के खिलाफ बिजली चोरी

कांग्रेस विधायक ने ऊर्जा मंत्री को दी सदन से त्याग पत्र देने की चुनौती 
काग्रेस विधायक विधायक रामनिवास रावत ने श्योपुर जिले के विजयपुर गांव में किसानों के खिलाफ बिजली चोरी के प्रकरणों को लेकर मुद्दा उठाया। विधायक ने आरोप लगाया कि किसानों के खिलाफ फर्जी तरीके से केस बनाए जा रहे हैं। इस पर जवाब देते हुए ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर ने कहा कि किसी भी किसान के खिलाफ फर्जी चालान नहीं बनाया गया है। इतना सुनते ही रावत भड़क गए। उन्होंने कहा कि मेरे साथ चलकर जांच करा लीजिए। यदि मैं गलत हुआ तो सदन से त्यागपत्र दे दूंगा। 

मंत्री तोमर बोले-मैं भी तेज आवाज में जवाब दे सकता हूं 
विधायक ने कहा कि किसान ने जेवर गिरवी रखकर बीस हजार रुपये का भुगतान किया है। इस पर मंत्री तोमर ने कहा कि वह भी तेज आवाज में जवाब दे सकते हैं। इस पर विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि बिजली प्रकरण संबंधी आरोप गंभीर है। मंत्री अधिकारियों से रिपोर्ट तलब करेंगे। इसके साथ ही क्षेत्र में औचक निरीक्षण भी करेंगे। अगर जरूरत पड़ी तो विधायक को भी साथ ले जाएंगे। तोमर के हस्तक्षेप के बाद ही दोनों के बीच गहमागहमी कुछ शांत हो सकी।

5:-आयकर नोटिस मामले पर भी बहस
कांग्रेस विधायक विक्रांत भूरिया ने कहा कि रविवार को झाबुआ में हमने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पानी पीने का आग्रह किया था। लेकिन शाम तक नोटिस आ गए। मैं पूछना चाहता हूं कि जब चुनाव आते हैं, तभी समन क्यों याद आते हैं? केंद्र सरकार सभी संस्थाओं का दुरुपयोग कर रही है। मोदी जी ने मध्य प्रदेश में बड़ी-बड़ी बातें की और शाम को आदिवासियों को पीटने का वीडियो सामने आ गया। हम गांधीवादी के लोग हैं। पीछे नहीं हटने वाले हैं। इसका जवाब जरूर देंगे। मुझे 21 फरवरी को बुलाया है, मैं जवाब दूंगा। 

भूरिया बोले कांग्रेस नेताओं को नोटिस का जवाब देना चाहिए
विक्रांत भूरिया के उठाए सवाल पर भाजपा विधायक शैलेंद्र जैन ने कहा कि कांग्रेस के नेताओं को नोटिस का जवाब देना चाहिए। नोटिस किसी राजनीतिक द्वेष से नहीं दिए जाते। हरदीप सिंह डंग ने कहा कि नोटिस का जवाब सबको देना ही चाहिए। कांग्रेस के पास आरोप लगाने और भड़काने के अलावा कोई काम नहीं है। मध्य प्रदेश में विकास कार्य तेजी से चल रहा है। सत्ता अपना काम कर रही है। भाजपा प्रदेश की 29 में से 29 लोकसभा सीटें जीतने वाली हैं।

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