भोपाल। मध्यप्रदेश में मोहन सरकार के मंत्री और इंदौर-1 के विधायक कैलाश विजयवर्गीय ने भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव (महामंत्री) पद से गुरुवार को इस्तीफा दे दिया। विजयवर्गीय ने एक्स पर Tweet कर लिखा है कि आज मैं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रसाद नड्डा से मिला। हमारी पार्टी के सिद्धांत 'एक व्यक्ति एक पद' के अनुसार मैंने महासचिव पद से उन्हें इस्तीफा सौंपा।
'मोहन यादव के नेतृत्व में मध्यप्रदेश विकास की एक नई इबारत लिखेगा'
दरअसल, मोहन यादव सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाए जाने के बाद उन्होंने यह फैसला किया है। विभागों का आवंटन अभी नहीं हुआ है। विजयवर्गीय ने कहा कि प्रधानमंत्री जी का संकल्प वर्ष 2047 में भारत, विश्व का शक्तिशाली देश बने। इस दिशा में मध्यप्रदेश को शक्तिशाली बनाने के लिए हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृहमंत्री अमित शाह के नेतृत्व में कार्य करेंगे। मेरा विश्वास है कि मुख्यमंत्री मोहन यादव के नेतृत्व में मध्यप्रदेश विकास की एक नई इबारत लिखेगा।
1990 से 2013 तक लगातार चुनाव जीते
कैलाश विजयवर्गीय 1990 से 2013 तक लगातार 6 बार विधायक चुने गए। विधानसभा चुनाव 2023 में जीतकर वे 7वीं बार विधायक बने हैं। 2003 में उमा भारती के नेतृत्व में बनी भाजपा सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में शामिल होने के बाद विजयवर्गीय लगातार 12 साल तक मप्र सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे।
विजयवर्गीय को सभी सरकार में मंत्री बनाए गया
बता दें विजयवर्गीय को हर सरकार में मंत्री बनाया गया। चाहे उमा भारती की सरकार हो, बाबूलाल गौर की या फिर शिवराज सिंह चौहान की, सभी सरकार में विजयवर्गीय मंत्री के पद पर रहे हैं। 2003 में उमा भारती सरकार में उन्हें जन-कार्य, संसदीय मामले, शहरी प्रशासन एवं विकास विभाग (केवल सिंहस्थ -कुम्भ संबंधी कार्य) का कैबिनेट मंत्री बनाया गया था।