Chhatarpur Bee Attack Death: मध्यप्रदेश के छतरपुर में मधुमक्खियों ने बुजुर्ग की जान ले ली। खेत पर काम करते वक्त JCB पेड़ से टकरा गई। मधुमक्खियों ने लोगों पर हमला बोल दिया। लोगों ने इधर-उधर भागकर जान बचाने की कोशिश की। 65 साल के बुजुर्ग मूंगफली की फसल के ढेर में छिप गए। तभी मधुमक्खियों ने बुजुर्ग को कई डंक मारे। बुजुर्ग बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़े। लोगों ने उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। 

जानें पूरा मामला 
जानकारी के मुताबिक,  छतरपुर निवासी पूर्व पार्षद संतावन सिंह घोष सुबह 6 बजे खेत पर JCB से काम करवा रहे थे। खुदाई करते समय JCB पेड़ से टकरा गई और मधुमक्खियों ने हमला बोल दिया। पूर्व पार्षद संतावन ने छिपने की कोशिश की लेकिन मधुमक्खियों ने डंक मार-मारकर  संतावन सिंह को बेहोश कर दिया।  सूचना मिलने पर 10 बजे परिजन पहुंचे। संतावन सिंह को अस्पताल में एडमिट करवाया। डॉक्टरों ने जांच के बाद मृत घोषित कर दिया। संतावन सिंह के शव का पोस्टमार्टम करवाया गया है। पीएम रिपोर्ट में मौत  की असली वजह सामने आएगी। 

मधुमक्खियों के डंक मारने पर क्या करें?
शोध संस्थान 'साइंस डायरेक्ट' के मुताबिक, मधुमक्खियों के डंक में मेलिटिन पॉइजन होता है। यह शरीर में दर्द, सूजन और जलन पैदा करता है। अगर व्यक्ति को एलर्जी हो तो एनाफिलेक्टिक शॉक का कारण बन सकता है। यह जानलेवा साबित होता है। मधुमक्खियां एक बार में एक ही व्यक्ति को डंक मार सकती हैं। डंक मारने के बाद उनका विष समाप्त हो जाता है और वे अक्सर मर जाती हैं।

बर्फ लगाने से सूजन और दर्द कम होता है 
जानकारों का कहना है कि मधुमक्खी के डंक मारने पर आप कई उपाय कर सकते हैं। मधुमक्खी ने जहां डंक मारा है। सबसे पहले वहां से डंक निकालें। डंक को दबाएं नहीं। संक्रमित जगह को खुजलाएं नहीं। घबराना बिल्कुल भी नहीं है। शांति से काम लें। जहां मधुमक्खियों के डंक मारा है। पालक मसलकर उस स्थान पर लगाएं। बर्फ लगाने से सूजन और दर्द कम होता है। डॉक्टर ने बताया कि इसके बाद बेकिंग सोडा और पानी का पेस्ट बनाकर लगाएं। ऐसा करने से जलन कम होती है। एलोवेरा जेल लगाने से राहत मिलती है। शहद लगाने से दर्द और सूजन में राहत मिल सकती है।