Bhopal Low Floor Bus : मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में पिछले 4 दिन से करीब 150 सिटी बसें नहीं चल रही हैं। करीब डेढ़ लाख लोग सड़कों पर खड़े होकर इन सिटी बसों का इंतजार कर रहे हैं, उसके बाद भी न तो कोई कार्रवाई ऑपरेटर के खिलाफ हो रही है और न ही ड्राइवर, कंडक्टर अपनी हड़ताल समाप्त नहीं कर रहे हैं।  ड्राइवर, कंडक्टर का आरोप है कि जब तक उनका पीएफ जमा नहीं होगा, तब तक हड़ताल समाप्त नहीं करेंगे। वहीं लोगों का कहना है कि यह हड़ताल पीएफ को लेकर नहीं लगती। क्योंकि वेतन अगर मिल रहा है, तो पीएफ तो आज या कल ऑपरेटर को जमा करना ही होगा। इसको लेकर बीसीएलएल के पूर्व डायरेक्टर का संदेह है कि ऑपरेटर स्वयं ही हड़ताल करवाकर घाटा दिखाना चाहता है। नगर निगम को इस संबंध में सख्त कार्रवाई कर ऑपरेटर को बाहर कर देना चाहिए।

24 रूट पर कुल 368 बसें
भोपाल के 24 रूट पर कुल 368 बसें चलती है। ये बसें शहर के सभी एरिया को कवर करती हैं। जबकि एक दिन में डेढ़ लाख से ज्यादा लोग इसमें सफर करते हैं। इनमें करीब 60 हजार महिला यात्री शामिल हैं। नौकरीपेशा के अलावा स्टूडेंट्स भी बसों से आना-जाना करते हैं। किराये के रूप में उन्हें न्यूनतम 7 और अधिकतम 42 रुपए लगते हैं। सफर में कोई भी शिकायत हो तो महिलाएं कॉल सेंटर नंबर 9752399966 पर संपर्क कर सकती हैं। बसों की हड़ताल से सबसे ज्यादा परेशान महिलाएं हैं। जबकि मंडीदीप जाने वाले रोजाना 25 हजार लोग भी परेशान हो रहे हैं।

बाग मुगालिया स्थित सिटी बस डिपो में प्रदर्शन
बीसीएलएल द्वारा सोमवार को भी बसें न चलने पर मां एसोसिएट्स को नोटिस दिया है। राजधानी के कई रूटों पर यात्रियों को लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। निगम अधिकारियों के अनुसार मां एसोसिएट की बसों का संचालन 14 जून से ही बंद है। भोपाल सिटी यान चालक-परिचालक ट्रेड यूनियन इंटक भोपाल के बैनर तले ड्राइवर और कंडक्टर्स बाग मुगालिया स्थित सिटी बस डिपो में प्रदर्शन भी कर रहे हैं। उनका कहना है कि संबंधित बस कंपनी ने करीब 14 महीने की पीएफ राशि जमा नहीं कराई है। नगर निगम को संज्ञान लेकर यह अमानत में खयानत का मामला बनाना चाहिए। जबकि इस मामले में बीसीएलएल भी अब कार्रवाई करने के मूड में नहीं दिखती है

नगर निगम कमिश्नर हरेंद्र नारायण से सीधी बातचीत

  • सवाल... चार दिन से बस हड़ताल चल रही है और नगर निगम कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है?
  • जवाब... बस ऑपरेटर और उनके कर्मचारियों के बीच का मामला है पीएफ राशि को लेकर। नगर निगम न उनको वेतन देता है और न ही वे उसके कर्मचारी हैं। जिससेउनका पीएफ जमा कर दे।
     
  • सवाल ... निगम ऑपरेटर के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं करता?
  • जवाब... कार्रवाई के लिए नोटिस दे दिया है और पेनल्टी भी लगाई जा रही है। उसकी सिक्योरिटी निगम के पास जमा है। उसमें से रोजाना नियम व शर्त के अनुसार पेनल्टी काटी जा रही है।
     
  • सवाल ... आखिर कब तक लोग इस तरह से परेशान होते रहेंगे। क्योंकि पेनल्टी काटने से लोगों की समस्या का हल होगा नहीं?
  • जवाब... अभी यह पता लगाया जा रहा है कि हड़ताल कहीं ऑपरेटर के द्वारा ही तो नहीं करवाई जा रही है। वो घाटा दिखाकर कुछ और सोच रहा हो। क्योंकि ड्राइवर व कंडक्टर लंबी हड़ताल नहीं कर सकते। क्योंकि वेतन अगर मिल रहा है तो पीरफ तो जमा होगा ही।
     
  • सवाल ... ऐसा तो नहीं कि नगर निगम के ऊपर कोई बिल बकाया हो, जिससे ऑपरेटर पीएफ राशि जमा नहीं कर पा रहा हो?
  • जवाब... निगम के द्वारा ऑपरेटर का पूरा भुगतान किया जा चुका है। इसके बाद भी वो हड़ताल खत्म नहीं कर रहा है। इसलिए अब निगम को कोई दूसरा ही कदम उठाना पड़ेगा। इस बारे में जल्दी ही निर्णय लेंगे।
     
  • सवाल ... आज या कल में हड़ताल खत्म होने की उम्मीद लोगों को करना चाहिए क्या?
  • जवाब... उम्मीद है कि मंगलवार को कोई हल निकल आए, वर्ना निगम कोई न कोई कदम अब उठाएगा।