भोपाल। मुख्यमंत्री मोहन यादव दिल्ली दौरे पर हैं। सीएम मोहन ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, केंद्रीय पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस और इस्पात मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से मुलाकात की। इस दौरान मध्यप्रदेश से संबंधित मुद्दों को लेकर उनके साथ बातचीत की। मोहन यादव की केंद्रीय मंत्रियों से पीएम एक्सिलेंस कॉलेज के मुद्दे पर चर्चा हुई। साथ ही सीएम मोहन ने केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को मध्य प्रदेश आने का न्योता दिया है। जिसके लिए उन्होंने स्वीकृति भी दे दी है। इसके अलावा मोहन सरकार उज्जैन में आईआईटी सैटेलाइट बनाने वाले हैं, उसकी सैद्धांतिक स्वीकृति मिली है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से सरकार ने जो सुधार किए हैं उसको लेकर चर्चा हुई। वित्तीय मदद को लेकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आश्वस्त किया है।
शिक्षा और कौशन विकास को लेकर भी हुई बातचीत
सीएम मोहन यादव ने केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से दिल्ली में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन, प्रदेश के युवाओं और महिलाओं को शिक्षा, कौशल विकास और उद्यमिता के अवसरों से जोड़ने, शोध, अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा देने पर चर्चा की। धर्मेंद्र प्रधान ने सीएम से कहा कि मोदी जी की सरकार मध्य प्रदेश के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध है।
CM मोहन ने केंद्रीय मंत्री सीतारमण से जनकल्याण से जुड़े मुद्दों पर की चर्चा
पूर्व सीएम के संकल्प पर मोहन ने लगाया ब्रेक
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने गुरुवार को भोपाल के रवींद्र भवन में मध्यप्रदेश सिविल सेवा परीक्षा-2019 एवं 2020 में चयनित 559 अधिकारियों को नियुक्ति पत्र दिए। कार्यक्रम के दौरान सीएम ने पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के संकल्प पर ब्रेक लगा दिया। मध्यप्रदेश गान के दौरान अधिकारी खड़े हुए, लेकिन सीएम ने उन्हें बैठने का इशारा किया। सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा, 'राष्ट्रगान, राष्ट्रगीत की बराबरी पर मध्यप्रदेश गान या दूसरे गीत नहीं हो सकते, खड़े होना जरूरी नहीं। दरअसल, 1 नवंबर 2022 को मध्यप्रदेश के स्थापना दिवस के मौके पर शिवराज सिंह ने ऐलान किया था कि मध्यप्रदेश गान को राष्ट्रगोन की तहत सम्मान दिया जाएगा। संकल्प दिलाया था कि हम सभी खड़े होकर मध्यप्रदेश गान करेंगे।