Baba Mahakal rajsi Sawari: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सोमवार को बड़ा फैसला लिया है। सीएम ने वर्षों से उज्जैन में निकल रही 'बाबा महाकाल' की सवारी के आगे से शाही शब्द हटा दिया है। सीएम ने बाबा की सवारी को नया नाम 'राजसी सवारी' दिया है। शाही सवारी निकलने पर CM ने कहा कि आज उज्जैन में बाबा महाकाल की आखिरी 'राजसी सवारी' निकल रही है। बाबा का जनता से सीधा सरोकार है। उनकी कृपा सब पर बनी रहे। इस साल आदिवासी कलाकार और शासकीय बैंड शामिल किए गए।
जय श्री महाकाल !
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) September 2, 2024
आज उज्जैन में बाबा महाकाल की राजसी सवारी निकल रही है। यह मात्र सवारी नहीं, अपितु बाबा का जनता के साथ सीधा सरोकार है।
मैं देश-विदेश से पधारे श्रद्धालुओं का बाबा महाकालेश्वर की राजसी सवारी में स्वागत, वंदन एवं अभिनन्दन करता हूँ। pic.twitter.com/RGZLwCc6mW
मैं सभी श्रद्धालुओं का स्वागत करता हूं
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि जय श्री महाकाल। आज उज्जैन में बाबा महाकाल की राजसी सवारी निकल रही है। यह मात्र सवारी नहीं, अपितु बाबा का जनता के साथ सीधा सरोकार है। मैं देश-विदेश से पधारे श्रद्धालुओं का बाबा महाकालेश्वर की राजसी सवारी में स्वागत, वंदन और अभिनन्दन करता हूं।
इसलिए हटाया गया शाही शब्द
बता दें कि एमपी में महाकाल सवारी से 'शाही' शब्द हटाने को लेकर सियासत शुरू हो गई थी। साधु संतों ने शाही नाम को बदलने की मांग उठाई थी। इसके बाद भाजपा और कांग्रेस के बीच पलटवार शुरू हो गया। प्रदेश के संस्कृति एवं धर्मस्व मंत्री धर्मेंद्र सिंह लोधी ने कहा कि संतों की मांग जायज है। गुलामी की निशानी खत्म होना चाहिए। लोगों का भी मानना था कि शाही इस्लामिक शब्द है। इस शब्द को बदलना चाहिए। इसके बाद मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बड़ा फैसला लेते हुए बाबा महाकाल की सवारी से शाही शब्द को हटा दिया।
आज निकल रही छठवीं सवारी
सोमवार को उज्जैन में सावन-भादौ माह में बाबा महाकाल की छठवीं सवारी निकाली जा रही हैं। भगवान महाकाल 6 स्वरूपों में प्रजा का हाल जानने निकले हैं। पालकी पर हेलिकॉप्टर से 150 किलो फूल बरसाए जाएंगे। सवारी में 70 भजन मंडलियां भी शामिल हो रही हैं। हर मंडली में 50 लोग सम्मिलित हो रहे हैं।