भोपाल। दमोह में मौलाना से मारपीट के बाद कानून व्यवस्था बिगड़ने के मामले में सीएम मोहन यादव ने एक्शन लिया है। सीएम मोहन ने जिला कलेक्टर मयंक अग्रवाल को मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही मीना मसराम, अपर कलेक्टर एवं अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी को मजिस्ट्रियल जांच अधिकारी नियुक्त किया है। सीएम ने एक्स पर लिखा है कि दमोह में असामाजिक तत्वों ने थाना कोतवाली का घेराव कर नारेबाजी की और कानून व शांति व्यवस्था को भंग करने का प्रयास किया। जिसे पुलिस-प्रशासन ने समय पर संभाल लिया। सीएम ने दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने की बात कही है। सीएम ने आगे लिखा है कि मध्यप्रदेश में शांति बनाए रखना सरकार की प्रमुख प्राथमिकता है।

पूर मामला: पुलिस के साथ धक्का-मुक्की, 40 लोगों पर केस 
बता दें कि दमोह जिला मुख्यालय में शनिवार की जेल मस्जिद के पेश इमाम के साथ चार लोगों ने मारपीट की थी। जिसके बाद मुस्लिम समुदाय के लोगों का आक्रोश भड़क गया। लोगों ने कोतवाली थाने का घेराव करते हुए कार्रवाई की मांग की, इस दौरान पुलिस से भी धक्का-मुक्की की थी। पुलिस ने चार आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर एक की गिरफ्तारी भी की।  रविवार को घटना के बाद जमकर बवाल हुआ, समुदाय विशेष के 40 लोगों पर सांप्रदायिक उन्माद फैलाने की धारा के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस वीडियो फुटेज के आधार पर पहचान कर गिरफ्तारी के प्रयास कर रही है।

देखें वीडियो..पुलिसकर्मी ने हंगामा कर रही भीड़ को कैसे किया काबू 

पुलिस ने रात को निकाला था फ्लैग मार्च 
मुस्लिम समाज के लोगों ने प्रदर्शन किया और नारेबाजी की। कुछ लोगों ने सांप्रदायिक उन्माद फैलाने का प्रयास भी किया, बवाल को बढ़ता देख पुलिस को सख्ती दिखानी पड़ी और सभी को खदेड़ दिया। मुस्लिम बहुल क्षेत्र कसाई मंडी इलाके में पुलिस ने फ्लैग मार्च निकालकर घरों के बाहर खड़े लोगों को घरों के भीतर भेजा। विवाद करने वाले राजू ठाकुर, हल्ले शर्मा, विक्की शर्मा और एक अन्य के खिलाफ धारा केस दर्ज किया है।