हरि अग्रहरि, भोपाल: भोपाल में फरवरी में होने वाले ग्लोबल इनवेस्टर समिट (जीआईएस) में विदेशी निवेशकों को आमंत्रित करने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव दिसंबर या जनवरी महीने में जर्मनी व ब्रिटेन के दौरे पर जाएंगे। समिट को उद्योग फ्रेंडली बनाने के लिए उन्होंने वृहद स्तर पर रूपरेखा तैयार की है। इसका लाभ मिलना शुरू हो गया है। रीजनल कांक्लेव की श्रृंखला पूरी होते ही ग्लोबल इनवेस्टर समिट की तैयारी शुरू हो जाएगी। 

मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि संभाग स्तर पर रीजनल कॉन्क्लेव की श्रृंखला पूरी होने के बाद फरवरी में ग्लोबल इन्वेस्टर समिट का आयोजन होगा। प्रदेश में औद्योगिक निवेश के लिए विश्व भर के उद्यमियों को आमंत्रित किया जा रहा है। इस कड़ी में वे जल्द ही जर्मनी व ब्रिटेन के दौरे पर निवेशकों को आमंत्रित करने के लिए जाएंगे। उन्होंने कहा इण्डस्ट्री कॉन्क्लेव जैसे आयोजन से प्रदेश में उद्योग फ्रेंडली माहौल बना है, जिससे वृहद स्तर पर औद्योगिक निवेश हो रहा है। इससे प्रदेश के युवाओं को बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर मिल रहे हैं।

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ग्वालियर में आईटी इकाइयों को बढ़ावा दिया जाएगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्वालियर में आईटी (सूचना प्रौद्योगिकी) के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। यहां के आईटी विशेषज्ञ युवाओं को बाहर न जाना पड़े, इसके लिए ग्वालियर में सूचना प्रौद्योगिकी पर आधारित इकाइयों को विशेष बढ़ावा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में औद्योगिक निवेश बढ़ाने के लिए रीजनल कॉन्क्लेव की श्रृंखला चलाई जा रही है। उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर, सागर और रीवा में रीजनल इण्डस्ट्री कॉन्क्लेव आयोजित हो चुकी हैं। इसी कड़ी में 7 दिसम्बर को नर्मदापुरम संभाग एवं जनवरी में शहडोल में रीजनल कॉन्क्लेव का आयोजन होने जा रहा है।