MP Congress News: लोकसभा चुनाव 2024 में मध्य प्रदेश की सभी सीटें गंवाने के बाद कांग्रेस में मंथन का दौर जारी है। एआईसीसी की फैक्ट फाइंडिंग कमेटी दो दिन से MP में हार की वजह तलाश रही है। शनिवार को सभी प्रत्याशियों से वन टू वन चर्चा की गई। रविवार को पॉलिटिकल अफेयर कमेटी की बैठक बुलाई गई, लेकिन कमलनाथ, दिग्विजय जैसे सीनियर नेता नहीं नहीं पहुंचे।
प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में लोकसभा चुनाव के परिणाम को लेकर फैक्ट फाइंडिंग कमेटी के सदस्य पृथ्वीराज चह्वाण जी, सप्तगिरि उल्का जी एवं जिग्नेश मेवाणी जी की अध्यक्षता में महत्वपूर्ण बैठक जारी।
— MP Congress (@INCMP) June 29, 2024
इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी जी एवं कांग्रेस के सभी प्रत्याशी मुख्य रूप… pic.twitter.com/HDtnd0GOsB
यह नेता भी नहीं पहुंचे
प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में सुबह 10 बजे से आयोजित इस बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह ही नहीं, बल्कि पूर्व नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह व चुरहट विधायक अजय सिंह भी गैरहाजिर हैं। जबकि, यह चारों नेता पॉलिटिकल अफेयर कमेटी में सदस्य थे। दिग्विजय सिंह राजगढ़ और कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ छिंदवाड़ा में प्रत्याशी थे। अजय सिंह को विंध्य और गोविंद सिंह को ग्वालियर चंबल की सीटें जिताने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
प्रत्याशियों ने बताई हार की वजह
कांग्रेस की फैक्ट फाइंडिंग कमेटी लोकसभा चुनाव में हुई चूक का विश्लेषण करने के लिए आई है। कमेटी में महाराष्ट्र के पूर्व सीएम पृथ्वीराज चव्हाण सहित अन्य नेता शामिल हैं। शनिवार को इन्होंने कांग्रेस के सभी 27 प्रत्याशियों से चर्चा कर हार की वजह पूछी। जिसमें लगभग सभी ने दल-बदल, कमजोर संगठन, भितरघात और टिकट में देरी को हार की वजह मानी।
MP में पहली बार सभी सीट हारी कांग्रेस
लोकसभा चुनाव 2024 में कांग्रेस पहली बार मध्य प्रदेश की सभी सीटें जारी है। कमलनाथ का गढ़ माने जाने वाले छिंदवाड़ा में भी भाजपा ने जीत दर्ज कर ली। यहां से विवेक साहू बंटी सांसद हैं। दिग्विजय सिंह अपने गृह जिले राजगढ़ से हार गए। फैक्ट फाइंडिंग कमेटी व पॉलिटकल अफेयर कमेटी की संयुक्त बैठक में इन्हीं कारणों पर चर्चा होनी थी, लेकिन सीनियर नेताओं ने दूरी बना ली।
MP लोकसभा चुनाव की हार पर कांग्रेस प्रत्याशी बोले..
- मुरैना लोकसभा से कांग्रेस प्रत्याशी सत्यपाल सिंह सिकरवार ने कहा, विधायक रामनिवास रावत, पूर्व विधायक अजब सिंह कुशवाह, राकेश मावई, महापौर शारदा सोलंकी की वगावत के चलते चुनाव हारे हैं। संगठन की जमावट इनके अनुरूप थी। लिहाजा, पूरी टीम उनके साथ चली गई।
- उज्जैन लोकसभा के प्रत्याशी महेश परमार ने भी दलबदल को चुनाव में हार की बड़ी वजह बताई।
- ग्वालियर से प्रत्याशी प्रवीण पाठक ने प्रत्याशी की घोषणा में देरी को हार का कारण बताया।
- भिंड के कांग्रेस प्रत्याशी फूल सिंह बरैया ने प्रशासनिक तंत्र पर चुनाव हराने का आरोप लगाया। कहा, भाजपा ने प्रशासन और पैसे का दुरुपयोग कर चुनाव जीता है।
- रतलाम प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया ने कहा, सरकार ने सभी हथकंड़े अपनाए। चुनाव के पहले लाड़ली बहना की राशि खातों में डाल दी। फिर काल सेंटर और अधिकारियों-कर्मचारियों के जरिए संदेश दिया गया कि भाजपा को वोट न दिया तो योजनाएं बंद हो जाएंगी। कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर भी दबाव बनाया गया।