MP News: रीवा जिला अंतर्गत त्योंथर में पदस्थ एसडीएम सतेंद्र जैन का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें अधिवक्ता और एसडीएम के बीच तीखी बहस हुई। अब इस मामले पर SDM ने एक वीडियो जारी कर सफाई दी है। उन्होंने कहा कि अधिवक्ता राजेंद्र गौतम दलाली और पक्ष में फैसला देने के लिए दबाव बना रहे थे। उनकी बात को नहीं सुना तो उन्होंने सुनियोजित तरीके से फंसाने का प्रयास किया। वहीं, अधिवक्ता ने इस मामले में कलेक्टर से शिकायत की है।
SDM बोले- मैंने उन्हें आइना दिखाया
- एसडीएम सतेंद्र जैन ने बताया 'कोर्ट परिसर में चिल्लाने की शुरुआत अधिवक्ता ने की। वे एसडीएम कोर्ट के अंदर मुझसे अभद्रता कर रहे थे। इसके विरोध में मैंने उन्हें आइना दिखाया। अधिवक्ता मुझ पर अपने क्लाइंट के पक्ष में फैसला देने का लगातार दबाव बना रहे थे।
- मैं राजी नहीं हुआ, तो उन्होंने मुझे उकसाने का काम किया। फिर मेरे खिलाफ साजिश की गई। मेरा वीडियो बनाया गया। उन्होंने कहा- इन लोगों के द्वारा जाति प्रमाण पत्र में भी दलाली की जाती थी, जो मेरे आने से बंद हो गई। इसलिए मुझे बदनाम करने की साजिश रची गई।'
यह है पूरा मामला
- दरअसल, पूरा मामला राजस्व विवाद से जुड़ा है। पवन पांडेय और जीतेंद्र पांडेय ने जमीनी मामले को लेकर एसडीएम कोर्ट में अपील की थी। जिसमें कहा, 'हमारे सह खाते की जमीन को साठगांठ कर गलत तरीके से आनंदकली और अन्य के नाम पर कर दिया गया है।
- अपील में तहसीलदार के आदेश को एसडीएम कोर्ट में चुनौती दी गई। सुनवाई कर एसडीएम ने अगली तारीख दे दी। अधिवक्ता ने रोज-रोज समय न होने की बात कही। जिस पर एसडीएम से नाराजगी जताई। इसके बाद एसडीएम और अधिवक्ता में बहस हो गई।