भोपाल। महाशिवरात्रि आठ मार्च को है। उज्जैन के बाबा महाकाल के दर्शन को बड़ी भीड़ उमड़ने वाली है। गुरुवार से ही भक्तों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया। दर्शन के लिए कतार लगने लगी है। कहा जा रहा है कि इस बार भक्तों की भीड़ पिछले रिकॉर्ड को तोड़ सकती है। इस महाशिवरात्रि पर 12 लाख श्रद्धालुओं के बाबा महाकाल के दरबार में पहुंचने की संभावना है। मंदिर के पट आज रात 2.30 बजे ही खुल जाएंगे। 9 मार्च की रात 10.30 बजे तक पट खुले रहेंगे। श्रद्धालु लगातार 44 घंटे तक भगवान महाकाल के दर्शन कर सकेंगे। 9 मार्च की रात शयन आरती के बाद मंदिर के पट बंद होंगे। शनिवार दोपहर साल में एक बार होने वाली भस्म आरती होगी।
40 मिनट में श्रद्धालुओं को दर्शन कराने की व्यवस्था
भीड़ को देखते हुए महाकाल मंदिर समिति ने व्यवस्थाएं भी की हैं। भक्तों की लाइन कर्कराज मंदिर के सामने से लगेगी। यहां से बैरिकेड के जरिए मंदिर तक घुमावदार रास्ता बनाया है। यह रूट 1.5 किलोमीटर का है। शहर के सभी कार-बाइक पार्किंग एरिया से कर्कराज मंदिर तक भक्तों को बस के जरिए लाया जाएगा। इसका कोई चार्ज नहीं है। श्रद्धालुओं को 40 मिनट में दर्शन कराने की व्यवस्था बनाई है। यानी श्रद्धालु के लाइन में लगने से लेकर दर्शन और फिर बाहर आने में उसे 40 मिनट का समय ही लगेगा।
750 CCTV कैमरे से निगरानी
भीड़ को देखते हुए मंदिर समिति ने श्रद्धालुओं के लिए बेहतर व्यवस्थाएं की हैं। 12 जगह मेडिकल टीम। डॉक्टर्स, कंपाउंडर्स, पैरामेडिकल स्टाफ के साथ जरूरी दवाइयां उपलब्ध रहेंगी। 3 एम्बुलेंस तैनात हैं। मंदिर के अंदर और बाहरी एरिया में फ्लैक्स के अलावा डिस्प्ले बोर्ड। 25 हेल्प डेस्क। दिव्यांग और बुजुर्गों के लिए ई-कार्ट, व्हीलचेयर। 750 CCTV कैमरे से निगरानी। 2000 पुलिस जवान तैनात। फायर फाइटर टीम भी। सभी एंट्री पॉइंट पर जूता स्टैंड। हर स्टैंड के लिए अलग रंग का टोकन, ताकि भक्त परेशान न हों।
जानें श्रद्धालुओं को कहां से मिलेगा प्रवेश, कहां से निकलेंगे बाहर
सामान्य श्रद्धालुओं को नृसिंह घाट तिराहे स्थित गंगोत्री गार्डन से मंदिर में प्रवेश मिलेगा। यहां से चारधाम मंदिर पानी की टंकी के सामने R-22 रोड, त्रिवेणी संग्रहालय, नंदी मंडपम्, महाकाल महालोक, मानसरोवर भवन में प्रवेश कर फैसिलिटी सेंटर 1, नई टनल, कार्तिक मंडपम् या गणेश मंडपम् से दर्शन कर सकेंगे। दर्शन के बाद गेट नंबर-10 और आपातकालीन द्वार से बड़ा गणेश मंदिर के दाहिनी ओर से पुराने अन्नक्षेत्र से हरसिद्धि पाल, हरसिद्धि चौराहा, झालरिया मठ के रास्ते श्रद्धालु बाहर जा सकेंगे। वहीं VIP दर्शन करने वाले श्रद्धालु निर्माल्य गेट से मंदिर के अंदर और बाहर जा सकेंगे।