MP Weather: राजधानी सहित प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में दो दिन से जारी भारी से अति भारी बारिश शनिवार को थमी रही। इसके पीछे प्रमुख कारण प्रदेश की पूर्वी एनर्जी और नमी का डीप डिप्रेशन की ओर खिंच जाना है। यह लंबे अरसे बाद ऐसा हुआ है कि मानसून के दौरान मैदानी इलाके में डीप डिप्रेशन बना है, जिससे पिछले दिनों बारिश ने रौद्र रूप धारण कर लिया।
आमतौर पर डीप डिप्रेशन के बाद साइक्लोन बनता है, जो समुद्र में ज्यादा असर करता है। इस बार ऐसा करीब 10 साल बाद हुआ है कि मानसून सीजन में झारखंड के ऊपर डीप डिप्रेशन बना और शनिवार को यह विहार की ओर बढ़ गया। मौसम केंद्र के अनुसार अगले 24 घंटे में एक दर्जन जिलों में भारी से अति भारी बारिश होगी, जबकि शेष जिलों में मध्यम से तेज बारिश का अनुमान है।
यह सिस्टम भी सक्रिय
मानसून टूफ दक्षिण पश्चिम राजस्थान पर को कम दबाव के क्षेत्र अजमेर, ग्वालियर, सीधी, बिहार और झारखंड पर चने डिप्रेशन, पूर्वी बंगाल की खाड़ी तक सक्रिय है। इससे कल से ग्वालियर सहित उत्तर मप्र और मध्यम हिस्से में अति भारी बारिश होगी।
यहां रेड अलर्ट
मौसम केंद्र का रविवार तक अशेकनगर, शिवपुरी, श्योपुरकला, सिंगरौली, अनुपपुर, डिंडोरी, कटनी, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़ जिलों में कुछ स्थानों पर रेड अलर्ट है। वहीं भोपाल, रायसेन, विदिशा, सीहोर, राजगढ़, नर्मदापुरम, बैतूल, बड़वानी, अलीराजपुर झाबुआ, रतलाम. गुवा, सीधी, रीवा, सतना, शहडोल, उमरिया, जबलपुर, सिवनी, मंडला, बालाघाट, पन्ना जिलों में कुछ स्थानों पर मध्यम से तेज बारिश होगी।
अभी सिस्टम के यह हैं हालात
मौसम विशेषज्ञ एके शुक्ला के अनुसार शनिवार को उत्तरी झारखंड और उसके आसपास के इलाकों में बना डिप्रेशन सामान्य गति से पश्चिमी उत्तर पश्चिमी की ओर बढ़ा है। शनिवार को दक्षिण पश्चिमी बिहार और इससे लगे झारखंड में सक्रिय है। इससे शनिवार और रविवार को कुछ राहत रहेगी। सोमवार से बारिश में फिर तेजी आरगी, जिससे भोपाल सहित उत्तरी मध्यप्रदेश में अति भारी बारिश का अनुमान मौसम विभाग ने जताया है।