MP News: मध्य प्रदेश में जूनियर डॉक्टर्स कोलकाता की घटना के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं। राजधानी भोपाल, इंदौर सहित शहरों में जूड़ा हाथ पर काली पट्टी बांध कर विरोध जता रहे हैं। न्याय की मांग करने वाले यह जूनियर डॉक्टर्स ओपीडी सेवाओं से दूर रहते हुए इमरजेंसी वाले मरीजों को ही देखेंगे।

काम बंद कर प्रदर्शन
भोपाल के हमीदिया अस्पताल के जूनियर डॉक्टर्स ने काम बंद करते हुए अपना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। एम्स के जूडा ने पहले से ही अपना प्रदर्शन जारी रखा है। इसके साथ ही इंदौर के एमवाय अस्पताल के सभी जूनियर डॉक्टर्स हड़ताल पर चले गये हैं। यह सभी डॉक्टर्स देर शाम को कैंडल मार्च भी निकालेंगे। बता दें कि पश्चिम बंगाल के कोलकाता में एक ट्रेनी डॉक्टर से रेप की घटना के बाद उनकी निर्मम हत्या कर दी गई। जिसके बाद देशभर में जूनियर डॉक्टर्स प्रदर्शन कर रहे हैं। 

3 हजार डॉक्टर शामिल
एमपी में जूडा के प्रवक्ता कुलदीप गुप्ता ने जानकारी दी है, उन्होंने बताया कि यह हड़ताल प्रदेश स्तरीय है। इसमें प्रदेशभर से करीब 3 हजार डॉक्टर शामिल होंगे। इधर, हड़ताल से निपटने के लिए भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज डीन डॉ. एन सिंह ने सभी डॉक्टरों की छुटि्टयां निरस्त कर दी। जानकारी के मुताबिक, हमीदिया में रोजाना 1 हजार से अधिक मरीजों की OPD रहती है। रात 12 बजे से 250 से ज्यादा जूनियर डॉक्टर(जूडा) ने काम बंद कर दिया। 

Bhopal AIIMS के 600 से अधिक रेजिडेंट डॉक्टर हड़ताल पर 
बता दें, भोपाल एम्स के 600 से अधिक रेजिडेंट डॉक्टर आज भी हड़ताल पर हैं। वे कोलकाता की महिला डॉक्टर से दुष्कर्म और फिर मर्डर के आरोपियों को सख्त सजा दिए जाने की मांग कर रहे हैं। उनके हड़ताल पर जाने से व्यवस्थाएं न बिगड़े, इसलिए नर्सिंग स्टॉफ ने मोर्चा संभाला है। जूनियर डाक्टरों के हड़ताल पर जानें से मरीज और उनके परिजनों को परेशान होना पड़ रहा है।