Devotthan Ekadashi Unique Marriage: देवउठनी ग्यारस के साथ ही तुलसी शालिगराम विवाह का उत्सव पूरे देश में मना रहा है। इस दिन से गांव-शहरों में मंगल गीतों के साथ शहनाई बजना शुरू हो गई। इस शुभ घड़ी में एक विवाह ऐसा भी है जो सबका दिल छू रहा है। गुरुवार को देव उठनी ग्यारस के मौके पर उज्जैन के मां चामुंडा धाम गजनी खेड़ी माता मंदिर में एक अनोखी शादी हुई। इसमें पत्नी ने स्वयं अपने पति की दूसरी शादी करवाई और इसके लिए तीनों पक्ष को तैयार करवाकर एक मिसाल कायम की। 

वंशवृद्धि के लिए दिखाई कोमलता

दरअसल, धाना सुता निवासी धन सिंह वर्मा जो वर वधु दोनों पक्ष के नजदीकी रिश्तेदार हैं, ने बताया कि अर्जुन वर्मा नीवासी इटवाखुर्द जिला रतलाम का  6 साल पूर्व कोदबदनावर निवासी कालूराम की लड़की कोमल के साथ हुआ था। कोमल को दिल की बीमारी होने से तथा ऑपरेशन होने से उन्हें पता चला कि वह मां नही बन सकती। 10वीं पास कोमल के कोमल हृदय में ऐसी कोमलता जागी कि उन्होंने अपने परिवार की वंश वृद्धि के लिए स्वयं पहल करते हुए अपनी माता सुगन बाई कालूराम व परिवार को समझाया कि मैं बीमारी के चलते मां नही बन सकती, इसलिए मेरे पति की दूसरी शादी के लिए आप मेरी सास माया व ससुर जगदीश को मनाएं। 

कोमल (दाएं) और चंचल (बाएं) के बीच अर्जुन।
माता चामुंडा के दरबार में लिए सात फेरे

कोमल की इस बात पर पति अर्जुन व उनका परिवार तैयार नहीं था, लेकिन कोमल ने सबको समझाया कि परिवार की खुशी के लिए हमें यह पहल करना पड़ेगी। आखिर कोमल की जिद के आगे सभी को झुकना पड़ा और अर्जुन के विवाह की बात खेड़ावदा निवासी चंचल पिता प्रकाश के यहां की। इसके  बाद कोमल की पहल पर तीनों परिवार की सहमति से 10वीं पास चंचल का विवाह अर्जुन के साथ धूमधाम से चांमुण्डा धाम गजनीखेड़ी माता चामुंडा के दरबार में तीनों परिवार के रिश्तेदारों की उपस्थिति में हुआ।   

पत्नियां हाईस्कूल तो पति बीए पास

बता दें कि कोमल व चंचल दोनों 10वीं पास है तथा अर्जुन भी बीए पास हैं व खेती करते हैं। इस शादी पर कोमल की सभी ने सराहना की वर वधु व तीनों परिवार को बधाई दी।