Dewas News: झूठी जांच में फंसाने की धमकी देकर महिला टीचर से क्या मांगता था प्रधानाचार्य? पुलिस ने रंगेहाथों धर दबोचा

Lokayukta action in Dewas
X
देवास में लोकायुक्त के हत्थे चढ़ा घूसखोर प्रधानाध्यापक।
Lokayukta action in Dewas: मध्यप्रदेश के देवास में लोकायुक्त पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। लोकायुक्त ने सरकारी स्कूल के प्रधान अध्यापक को पांच हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगेहाथों गिरफ्तार किया है। लोकायुक्त की कार्रवाई से शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया। 

Lokayukta action in Dewas: झूठी जांच में फंसाने की धमकी देकर 6 हजार रुपए प्रतिमाह रिश्वत मांगने वाले प्रधान अध्यापक के खिलाफ लोकायुक्त ने बड़ी कार्रवाई की है। लोकायुक्त ने संजय नगर के शासकीय प्राथमिक स्कूल के प्रधान अध्यापक को पांच हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया है। लोकायुक्त की कार्रवाई से शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया। मामला देवास के शासकीय प्राथमिक शाला विद्यालय संजय नगर का है। लोकायुक्त पुलिस प्रधान अध्यापक से पूछताछ कर रही है।

चार अप्रैल को शिक्षिका ने की थी शिकायत
लोकायुक्त पुलिस के मुताबिक,पदमा बाथम सहायक अध्यापिका हैं। पदमा ने चार अप्रैल को पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त उज्जैन को शिकायत की थी। शिकायत में बताया था कि देवास के नगर में शासकीय प्राथमिक विद्यालय के प्रधान अध्यापक तिलकराज सेम उन्हें झूठी जांच में फंसाने की धमकी देकर 6 हजार रुपए प्रतिमाह रिश्वत की मांग कर रहा है। शिक्षिका की शिकायत पर लोकायुक्त ने टीम गठित की और मौका देखकर तिलकराज सेम को गिरफ्तार कर लिया।

जानें कैसे लोकायुक्त ने तिलकराज को दबोचा
बता दें कि शिकायत के बाद रिश्वत की पुष्टि के लिए शिक्षिका और प्राचार्य की बातचीत की रिकॉर्डिंग कराई गई। रिकॉर्डिंग में शिक्षिका के निवेदन पर प्रधान अध्यापक ने पांच हजार रुपए हर माह लेने पर सहमति जताई। वेतन मिलते ही शिक्षिका प्रधान अध्यापक को देने के लिए पांच हजार रुपए लेकर पहुंची। पीछे से लोकायुक्त की टीम भी अलर्ट थी। जैसे ही शिक्षिका ने तिलकराज सेम को पांच हजार रुपए दिए लोकायुक्त की टीम पहुंची और रंगेहाथ तिलकराज को दबोच लिया।

WhatsApp Button व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp Logo
Next Story