Diwali safe firework: दिवाली पर पटाखे फोड़ते वक्त विशेष सावधाानी की जरूरत है। इस दौरान आपकी जरा सी लापरपवाही घातक साबित हो सकती है। इंदौर में अनार जलाते वक्त आग की चपेट में आ गई और उसकी जान चली गई। ऐसे में भोपाल एम्स के चिकित्सकों ने कुछ जरूरी टिप्स दिए हैं, जिनका फॉलो कर आप भी दिवाली की खुशियां सुरक्षित तरीके से मना सकते हैं।  

आंख में चोट लगने पर यह करें 

  • अपनी आंख में चोट लगने की स्थिति में हाथों से न रगड़ें। ऐसा करने से चोट और बढ़ सकती है।
  • चोट लगने पर आंखों के ऊपर कपड़ा न बांधें। इससे अनुचित दबाव पड़ेगा। आंखों को आई कव या आई शील्ड से कवर करें।
  • आंख में रासायनिक पदार्थों के जाने की स्थिति में आंखों को साफ पानी से धोएं। 
  • आंखों पर किसी भी प्रकार की चोट को नजरअंदाज न करें। चोट गहरी भी हो सकती है। इससे आपकी रोशनी भी जा सकती है।
  • यदि कोई छोटा या बड़ा कण आँखों में चला गया है तो घर पर निकालने की कोशिश न करे।
  • आंखों को बंद करें और तुरंत डॉक्टर के पास जाएं। 
  • आंख में कैमिकल जाने की स्थिति में साफ पानी से धोएं। रासायनिक पदार्थों में कार्बन मैगनीज सल्फर सहित अन्य हानिकारक तत्व होते हैं। जिससे दृष्टि जा सकती है। है।

    आतिशबाजी के दौरान बरतें यह सावधानियां 

  • बच्चे पैरेंट्स की उपस्थिति ही में आतिशबाजी करें। विशेष रूप से फुलझड़ियों के साथ।
  • खुली जगह में पटाखे फोड़ें और अपनी आंखों की सुरक्षा सुनिश्चित करें।
  • अपनी आंखों को न रगड़ें, पटाखों के धुएं या कणों के कारण आपकी आंखों में नुकसान हो सकता है।
  • पटाखे फोड़ते समय सुरक्षात्मक चश्मा पहनें।
  • छोटे बच्चों को कभी भी आतिशबाजी खेलने या जलाने की अनुमति न दें।
  • पटाखों को जलाने के तुरंत बाद सुरक्षित दूरी पर वापस चले जाएं।
  • पटाखों को कपड़ों, बालों और खासकर चेहरे (आंखों) से दूर रखने की कोशिश करें।
  • आकस्मिक आपात स्थिति के मामले में पास में पानी से भरी बाल्टी जैसे तत्काल उपाय करें।
  • पटाखे जलाने के बाद हाथों को अच्छी तरह धो लें।
  • कभी भी उन आतिशबाजी को फिर से जलाने या लेने की कोशिश न करें जो पूरी तरह से प्रज्वलित नहीं हुई हैं।