भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण समारोह सोमवार को हुआ। राजभवन में राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने 28 मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। सबसे पहले कैलाश विजयवर्गीय, प्रहलाद पटेल समेत पांच मंत्रियों ने शपथ ली। दूसरे और तीसरे राउंड में 6-6 मंत्रियों को शपथ दिलाई गई। सबसे आखिरी में संपतिया उईके ने अकेले शपथ ली। मोहन मंत्रिमंडल में 5 महिलाओं को जगह दी गई है।  28 मंत्रियों में 7 सामान्य वर्ग से, 11 ओबीसी, 6 एससी और 4 एसटी वर्ग से हैं।

सीएम की आशाओं पर खरा उतरने का प्रयास करूंगी: कृष्णा गौर  
शपथ लेने के बाद कृष्णा गौर  ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री जी ने मेरी क्षमताओं को देखकर मुझे मौका दिया है। निश्चित रूप से मैं उनकी आशाओं पर खरा उतरने का प्रयास करूंगी। कैबिनेट में 5 महिला मंत्री शामिल हुई हैं। एक प्रकार से यह नारी शक्ति का भी सम्मान है।

शिवराज सरकार के 6 मंत्रियों की वापसी
मध्यप्रदेश सरकार की नई कैबिनेट में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सरकार में मंत्री रहे 6 मंत्रियों विश्वास सारंग, तुलसीराम सिलावट, प्रद्युमन सिंह तोमर, गोविंद सिंह राजपूत, विजय शाह, इंदर सिंह परमार को मोहन सरकार में शामिल किया गया है।

नई कैबिनेट में 10 मंत्रियों की हुई छुट्टी
शिवराज सरकार में मंत्री रहे 10 विधायकों को नई सरकार में जगह नहीं मिली है। इनमें गोपाल भार्गव, भूपेंद्र सिंह, प्रभुराम चौधरी, मीना सिंह, ओमप्रकाश सखलेचा, उषा ठाकुर, हरदीप सिंह डंग, बृजेंद्र सिंह यादव, बृजेंद्र प्रताप सिंह और बिसाहू लाल सिंह को मंत्रिमंडल में दोबारा मौका नहीं मिला। 

 एक नजर में 'मोहन टीम' के कैबिनेट मंत्री  

एक नजर में 'मोहन टीम' के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) 

एक नजर में 'मोहन टीम' के राज्यमंत्री  

सांसदी छोड़ने वालों को क्या मिला? 
सांसद से विधायक बने प्रह्लाद पटेल, राव उदय प्रताप सिंह और राकेश सिंह को कैबिनेट मंत्री पद मिला है। जबकि सांसदी छोड़ने वालीं रीति पाठक को कैबिनेट में शामिल नहीं किया गया। इसके अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को स्पीकर चुना जा चुका है। 

6 विधायक पहली बार जीते और मंत्री बन गए
प्रह्लाद पटेल, राकेश सिंह, संपतिया उईके, नरेंद्र शिवाजी पटेल, प्रतिमा बागरी और राधा सिंह के नाम शामिल हैं। नरसिंहपुर से विधायक बने प्रह्लाद पूर्व सांसद और मोदी कैबिनेट में मंत्री रह चुके हैं। वहीं राकेश सिंह भाजपा प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं। जबलपुर से सांसद थे।

मध्यप्रदेश की नई कैबिनेट, क्या महाराज का कद घटा?
2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए 22 विधायकों में से 9 को शिवराज सिंह कैबिनेट में जगह दी गई थी। इस बार मोहन सरकार में सिंधिया के करीबी सिर्फ 4 नेताओं- प्रद्युमन सिंह तोमर, तुलसीराम सिलावट, गोविंद राजपूत और ऐंदल सिंह कंषाना को मंत्री पद मिला है।  

प्रभुराम को नहीं मिली जगह
रायसेन की सांची सीट से विधायक और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी को कैबिनेट में शामिल नहीं करना महाराज से लिए बड़ा झटका है। इसके अलावा अब राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव, ओपीएस भदौरिया, सुरेश धाकड़, गिरिराज दंडौतिया, महेन्द्र सिंह सिसोदिया, हरदीप सिंह डंग, ब्रजेन्द्र यादव और बिसाहूलाल सिंह को नई सरकार में जगह नहीं मिली।

कैबिनेट में क्षेत्रवार भागीदारी

  • मालवा-निमाड़:  07 मंत्री
  • मध्य क्षेत्र:  06 मंत्री
  • बुंदेलखंड:  04 मंत्री
  • ग्वालियर-चंबल:  04 मंत्री
  • महाकौशल:  04 मंत्री
  • विंध्य क्षेत्र:  03 मंत्री

अजब संयोग:

पांच साल पहले कमलनाथ के मंत्रियों ने भी 25 दिसंबर को ली थी शपथ 
बता दें कि पांच साल पहले 2018 में कमलनाथ सरकार के मंत्रिमंडल का गठन भी 25 दिसंबर को हुआ था। 15 साल बाद मप्र की सत्ता में काबिज हुई कांग्रेस ने पीसीसी अध्यक्ष रहे कमलनाथ को मुख्यमंत्री घोषित किया था। कमलनाथ ने 25 दिसंबर 2018 की दोपहर 3 बजे अपने 28 कैबिनेट मंत्रियों के साथ शपथ ली थी।

मध्यप्रदेश के मुख्यसचिव की तरफ से शपथ समारोह में शामिल होने के लिए यह आमंत्रण भेजा गया था।