Indore Pataka Factory Blast: मध्यप्रदेश के इंदाैर की पटाखा फैक्ट्री में हुए विस्फोट में एक घायल कर्मचारी की मौत हो गई। बुधवार को चोइथराम अस्पताल में इलाज के दौरान दातोदा निवासी रोहित पिता परमानंद ने दम तोड़ दिया। अर्जुन पिता नाथू राठौर निवासी महाराष्ट्र और उमेश पिता माणिक चौहान का इलाज चल रहा है। बता दें कि मंगलवार शाम चार बजे महू थानाक्षेत्र के आंबा चंदन गांव में पटाखा फैक्ट्री में आग लगने के बाद विस्फोट हो गया था। केमिकल रखे रूम में मिक्सिंग के दौरान आग लगी थी। घायल हालत में तीन कर्मचारी को अस्पताल में भर्ती करवाया था। बुधवार को रोहित की मौत हो गई।
धमाके की आवाज से दहशत में आ गए थे लोग
बता दें कि मंगलवार शाम को महू थाना क्षेत्र के आंबा चंदन गांव में पटाखा फैक्ट्री में आग लगने से विस्फोट हो गया। केमिकल रूम में लगी आग के बाद ब्लास्ट इतना तेज हुआ कि आसपास के लोग दहशत में आ गए थे। पुलिस और प्रशासन की टीम कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया था। आग की चपेट में आने से दातोदा निवासी रोहित पिता परमानंद, महाराष्ट्र निवासी अर्जुन पिता नाथू राठौर और उमेश पिता माणिक चौहान घायल हुए थे।
सुतली बन बनाने का काम चल रहा था
आंबा चंदन गांव से 8 किमी दूर फैक्ट्री है। जंगल की तरफ खेत में पटाखा फैक्ट्री चल रही है। जिस समय ब्लास्ट हुआ, तब फैक्ट्री में सुतली बम बनाने का काम चल रहा था। शुक्र है कि समय रहते आग पर नियंत्रण पा लिया गया। आसपास कोई ज्वलनशील पदार्थ के अन्य भंडारण न होने और घरों के दूर-दूर होने की वजह से आग फैलने से बच गई।
- जानें एमपी में कब, कहां हुआ फैक्ट्री में ब्लास्ट
हारदा ब्लास्ट में 14 की हुई थी मौत
मध्यप्रदेश में पहले भी पटाखा फैक्ट्री में ब्लास्ट की घटनाएं हुई हैं। हाल ही में छह फरवरी को हरदा की बैरागढ़ पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट हुआ था। हादसे में 14 लोगों की मौत हुई थी। कई लोग घायल हुए थे। हादसे के बाद प्रशासन और पुलिस ने फैक्ट्री मालिक सहित सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया था। सीएम मोहन यादव ने बड़ा एक्शन लेते हुए कई अफसरों के तबादले भी किए थे। मृतक और घायलों को सरकार की तरफ से मुआवजा भी दिया गया था।
दमोह में 5 की गई थी जान
एमपी के दामोह में 31 अक्टूबर 2023 को एक अवैध पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट में 5 लोगों की मौत हो गई थी और 10 घायल भी हुए थे। यह विस्फोट शहर के नारीया बाज़ार इलाके में एक पटाखा निर्माण इकाई में हुआ था। मृतकों की पहचान अभय गुप्ता (42), अपूर्व खटीक (19), रामकली कोष्टा, विनीता राजपूत और रिंकी कोरी (30) के रूप में हुई थी।
पेटलावद में पटाखा विस्फोट में 79 की हुई थी मौत
9 साल पहले 12 सितंबर 2015 को पेटलावद में पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट हुआ था। हादसे में 79 लोगों की मौत हुई थी और 150 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे। जांच में पता चला था कि विस्फोट मकान में अवैध रूप से रखी जिलेटिन राड़े और डेटोनेटर के कारण हुआ था। हादसे से चारों ओर लाशों का ढेर लग गया था।
मुरैना में भी हुआ था ब्लास्ट
मध्य प्रदेश के मुरैना में भी इसी तरह का बड़ा हादसा सामने आया था। 20 अक्टूबर 2023 को पटाखा बनाने वाली फैक्ट्री में विस्फोट हो गया था। इस हादसे में 4 लोगों की मौत और आधा दर्जन से अधिक लोग घायल हुए थे। मुरैना में 30 अगस्त 2023 को जिले में स्थित चेरी फैक्ट्री में हुए हादसे में 5 मजदूरों की मौत हो गई थी। इसमें 3 सगे भाई भी शामिल थे।