Student suicide in Indore: परीक्षा से दो दिन पहले इंजीनियरिंग की छात्रा ने खौफनाक कदम उठाया। बीटेक स्टूडेंट ने फांसी का फंदा लगाकर जान दे दी। चचेरे भाई ने कई बार फोन किया तो छात्रा ने जवाब नहीं दिया। इसके बाद भाई देखने घर पहुंचा तो वह फंदे पर लटकी मिली। भाई ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट मिला है। सुसाइड नोट में छात्रा ने मर्जी से फांसी लगाने की बात लिखी है। मामला इंदौर के हीरा नगर थाना क्षेत्र का है। 

जानें सुसाइड नोट में छात्रा ने क्या लिखा 
हीरा नगर पुलिस के मुताबिक, वैष्णवी पुत्री दौलत चौहान का शव सोमवार शाम कमरे में लटका मिला। वैष्णवी के कमरे से एक सुसाइड नोट मिला है। सुसाइड नोट में लिखा है कि अब सबसे विदा लेने का वक्त आ गया है। मैं सबकी उम्मीदों पर खरी नहीं उतर पाई। जो मुझे बनना था वह बन नहीं पाई। पिता जी माफ कर देना। मां माफ कर देना। भाई माफ कर देना। मौसी और अन्य लोगों से भी माफी मांगी।  

एक दिन पहले घर पर हुई थी बात 
वैष्णवी की मौत की सूचना मिलते ही पिता दौलत सोमवार रात में ही इंदौर पहुंचे। पिता सीधे बेटी के कमरे पर पहुंचे। पिता ने पुलिस को बताया कि बेटी से एक दिन पहले रविवार को बात हुई थी, तक सबकुछ ठीक था। वैष्णवी की 13 जून से परीक्षा शुरू होने वाली थी। वैष्णवी उसी तैयारी में जुटी थी। वैष्णवी हम सबको हिम्मत देती थी, ऐसे में वह सुसाइड कर ले यह संभव नहीं। वह पढ़ने में काफी होनहार थी। 

पढ़ाई के साथ जॉब भी कर रही थी वैष्णवी 
वैष्णवी बुराहनपुर की रहने वाली है। इंदौर में एमआर 10 पर किराए के मकान में रह रही थी। वैष्णवी एलएनसीटी कॉलेज में बीटेक सेकंड ईयर की छात्रा थी। पढ़ाई के साथ वह अभी ऑनलाइन टिकट कंपनी में जॉब भी कर रही थी। परिवार में वैष्णवी से छोटा भाई मेहुल भी है, जो भोपाल से एग्रीकल्चर की पढ़ाई कर रहा है। इंदौर में उसका चचेरा भाई रहता है, जो डिलीवरी बॉय है।