Farmer Protest: दिल्ली में किसान संगठनों ने 13 फरवरी से आंदोलन शुरू करने का आह्वान किया गया है। मध्यप्रदेश के किसान नेता भी दिल्ली पहुंचने के लिए घर से निकल चुके, लेकिन उन्हें दिल्ली पहुंचने से पहले ही रोका जा रहा है। मध्यप्रदेश के जबलपुर, नर्मदापुरम और ग्वालियर में किसान नेताओं की गिरफ्तारी कर जेल भेजा जा रहा है।
151 के तहत हुई गिरफ्तारी
दिल्ली कूच करने के लिए मध्यप्रदेश के किसान नेता भी तैयारियों में जुट गए और पहुंचने के लिए निकल पड़े। लेकिन किसान नेताओं को दिल्ली कूच करने से पहले ही रोका जा रहा। कुछ किसान नेताओं की गिरफ्तारी भी हुई हैं। इनके ऊपर धारा 151 (शांतिभंग) लगाकर किसान संगठनों के पदाधिकारियों को जेल भेजा जा रहा है। उन्हें जमानत नहीं दी जा रही है।
किसानों को भोपाल रेल्वे स्टेशन पर उतारा
रविवार की रात दिल्ली जा रहे कर्नाटक के कई किसानों को भोपाल के रेल्वे स्टेशन पर उतार लिया गया। किसानों ने नाराज होकर कहा कि क्या हम पाकिस्तानी या आतंकवादी हैं। जो हमारे साथ ऐसा बर्ताव किया जा रहा है।
आज शाम 5 बजे किसानों के साथ होगी मीटिंग
हरियाणा में संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) और किसान-मजदूर मोर्चा के कार्यकर्ता और नेताओं द्वारा प्रदर्शन कर रहे हैं। 13 फरवरी को दिल्ली कूच करने की तैयारी में हैं। लेकिन इससे पहले किसानों को रोकने की आखिरी कोशिश के लिए चंडीगढ़ में मीटिंग की जा रही है। जिसमें केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, पीयूष गोयल और नित्यानंद राय किसानों के साथ शाम 5 बजे मीटिंग में शामिल होंगे।
एमपी में कहां हुई कितनी गिरफ्तारी
पुलिस को किसान नेताओं के आंदोलन की इनपुट मिली थी। लेकिन पुलिस ने इससे पहले ही गिरफ्तार कर लिया। जिसमें नर्मदापुरम जिले के पिपरिया से राष्ट्रीय किसान मजदूर संघ के जिला अध्यक्ष शिवराज राजोरिया, ब्लॉक अध्यक्ष महेश उपाध्याय के साथ ही एक संघ से जुड़े सचिन शर्मा को गिरफ्तार किया गया है। ये तीनों नेता इससे पहले भी दिल्ली के किसान आंदोलन में शामिल रहे। जहां एसडीएम कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया। इसके अलावा ग्वालियर में पुलिस ने उटीला थाना क्षेत्र में किसान सतेंद्र यादव को भी हिरासत में लिया है।