Rewa Crime News: मध्यप्रदेश के रीवा में महिलाओं को मुरुम डालकर जिंदा दफनाने के मामले में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। दो की तलाश जारी है। घटना के बाद से महिलाओं का परिवार डरा सहमा है। घर से निकलने में भी डर रहे हैं। जिंदा दफन करने की कोशिश के बाद भी दबंगों ने महिलाओं को धमकी दी गई है कि वो उन्हें जिंदा नहीं छोड़ेंगे। यह बात खुद ममता पांडेय ने बताई है। पीड़ित आशा पांडेय का कहना है कि आरोपियों ने धमकी दी है कि इस बार तो जिंदा बच गई हो अगली बार नहीं बचोगी। इधर खुलेआम क्रूरता की इस घटना से मध्यप्रदेश की सियासत भी गरमा गई है।
जानें पूरा मामला
रीवा के मनगवां थाने के गंगेव गांव में शनिवार को दो पक्षों में जमीन को लेकर झगड़ा शुरू हुआ। गोकर्ण प्रसाद पांडेय और महेंद्र प्रसाद पांडेय जमीन पर रास्ता बनाना चाह रहे हैं। जीवेश कुमार पांडेय और शिवेश कुमार पांडेय इसके विरोध में है। इसी बात को लेकर दोनों पक्षों में रविवार को मारपीट हो गई। ममता पांडेय और आशा पांडेय ने भी रास्ता बनाने का विरोध किया। गोकर्ण प्रसाद और महेंद्र प्रसाद के कहने पर ट्रक मालिक राजेश ने दोनों महिलाओं के ऊपर हाइवा से मुरम डाल दी। एक महिला कमर तक और दूसरी गले तक मुरम के ढेर में दब गई। इसमें एक महिला बेहोश हो गई थी। मामले में एक आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
सीएम मोहन यादव की एक्स पर पोस्ट
जीतू ने सीएम पर साधा निशाना
इस घटना के बाद एमपी की सियासत गरमा गई। कांग्रेस ने सीएम मोहन यादव को घेर लिया। पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने एक्स पर लिखा है कि इस घटना ने एक बार फिर बीजेपी शासन की महिला सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठाए हैं। वैसे भी मध्यप्रदेश महिलाओं पर अत्याचार में पहले नंबर पर है। जीतू ने लिखा है कि मुख्यमंत्री जी, क्या आपकी सरकार से ये बहनें उम्मीद रख सकती हैं कि इस घटना की निष्पक्ष और त्वरित जांच होगी।
अरुण यादव ने लिखी बड़ी बात
पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने लिखा है कि महिलाओं ने अपनी जमीन पर सड़क बनाने का विरोध किया तो दबंगों ने मुरम के नीचे दबा कर जिंदा दफनाने का प्रयास किया।BJP की सरकार में माफिया का बोलबाला है। दलित, आदिवासी और महिलाओं को लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है।