भोपाल। मध्यप्रदेश के भोपाल में मंत्रालय वल्लभ भवन में शनिवार सुबह 9.45 बजे आग लग गई। तेज हवा के कारण आग बहुत तेजी से फैली और देखते ही देखते आग बिल्डिंग की तीसरी मंजिल से चौथी, पांचवीं और छठवीं मंजिल पर भी फैल गई। भीषण आग पर काबू पाने भोपाल, रायसेन, विदिशा के अलावा एयरपोर्ट, बीएचईएल और सेना की 100 से अधिक दमकलें जुटी रहीं। सुरक्षा के लिए 200 से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात रहे। तीन घंटे तक कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। सेना के जवानों ने बिल्डिंग पर चढ़कर आग बुझाई। आग में कई महत्वपूर्ण दस्तावेज भी जल गए हैं। मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने जांच के आदेश दिए हैं। आग लगने की वजह अभी स्पष्ट नहीं है। पुलिस जांच कर रही है।
2 कर्मचारियों को अस्पताल में कराया भर्ती
जानकारी के मुताबिक, सुबह 9:30 बजे कर्मचारी मंत्रालय में के गेट नंबर 5 और 6 के सामने सफाई कर रहे थे। तभी दोनों गेट के बीच बनी इमारत की तीसरी मंजिल से धुआं उठते देखा। तत्काल नगर निगम के फाइल कंट्रोल रूम को सूचना दी। कुछ ही देर बाद दमकलें पहुंची और आग बुझाना शुरू किया। आग जिस हिस्से में लगी है, वह वल्लभ भवन की पुरानी बिल्डिंग है। आग में कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जलकर खाक हुए हैं। महीने का दूसरा शनिवार होने की वजह से बिल्डिंग में ज्यादा कर्मचारी नहीं थे। बिल्डिंग में फंसे पांचों कर्मचारी को बाहर निकाल लिया गया। 2 कर्मचारियों को अस्पताल ले जाया गया।
सभी कर्मचारी सुरक्षित हैं
मंत्रालय में लगी आग फैलती चली गई। आग का धुआं दूर तक दिखाई दिया। प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी ने कहा कि आग तीसरी मंजिल पर लगी। इसने बाद बाकी फ्लोर में भी फैल गई। मंत्रालय का पुराना भवन होने के कारण यहां ज्यादा एक्टिविटी नहीं रहती है। जो कर्मचारी फंसे थे, वह सुरक्षित हैं और बाहर निकल आए हैं।
जांच के लिए समिति का गठन
वल्लभ भवन में लगी आग के लिए राज्य सरकार ने जांच के लिए 07 सदस्यीय समिति का गठन किया गया है। इन जांच समिति के अध्यक्ष मोहम्मद सुलेमान अपर मुख्य सचिव को बनाया गया है। कमेटी आग लगाने के करण, उससे हुई हानि और उसकी जिम्मेदारी 03 दिन के अंदर प्रतिवेदन प्रस्तुत करेगी और 15दिन में पूरी जांच रिपोर्ट देगी।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने दिए जांच के निर्देश
मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने वल्लभ भवन की पुरानी बिल्डिंग में लगी आग के मामले में जांच के आदेश दिए हैं। सीएम ने कहा कि आज मंत्रालय में एक बिल्डिंग में आग की जानकारी मिली। घटना की जानकारी मिलते ही मुख्य सचिव को मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए हैं। सीएम ने कहा कि यह सुनिश्चित करने को कहा है कि कोई महत्वपूर्ण दस्तावेज न जले। आग पर काबू पाने के साथ ही घटना के कारण की जानकारी प्राप्त की जाए। भविष्य में ऐसी घटनाएं न हो इसका एहतियात रखा जाए।
ये अफसर इसी बिल्डिंग में बैठते हैं
जिस बिल्डिंग में आग लगी है उसकी चौथी मंजिल पर सामान्य प्रशासन विभाग के प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी बैठते हैं। इसी बिल्डिंग में प्रमुख सचिव दीपाली रस्तोगी, अपर मुख्य सचिव स्मिता भारद्वाज, जेएन कंसोटिया समेत अन्य अधिकारियों के दफ्तर हैं।
जानें पहले कब, कब लगी आग
1 नवंबर 2012 को वल्लभ भवन में तकनीकी विभाग में आग लगी थी। इससे पहले 23 मार्च 2016 में भी वल्लभ भवन (सचिवालय) की पांचवीं और छठी मंजिल पर आग लगी थी, मुख्यमंत्री सचिवालय के एक कक्ष में आग लगी थी। दोनों बार लगी आग में महात्वपूर्ण दस्तावेज जलकर खाक हुए थे।
सतपुड़ा भवन में चार बार लग चुकी है आग
भोपाल में सरकारी भवनों में लगातार आग लगने की घटनाएं हो रही हैं। इससे पहले भोपाल के सतपुड़ा भवन की चौथी मंजिल पर हाल ही में 20 फरवरी को आग लग थी। आग में कई अहम दस्तावेज जलकर खाक हो गए थे। 12 जून 2023 को भी भोपाल के इसी सतपुड़ा भवन में आग लगी थी। उस समय आग बुझाने में 20 घंटे लग गए थे। इससे पहले 14 दिसंबर 2018 में सतपुड़ा भवन में लगी आग लगने से सरकारी विभागों की कई गोपनीय फाइलों को नुकसान पहुंचा था। 25 जून 2012 को सतपुड़ा भवन की तीसरी मंजिल पर आग लगी थी।