MP Politics News: मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का अनोखा अंदाज देखने को मिला। ग्वालियर के भितरवार में जनसभा को संबोधित करते हुए शिवराज ने जनता से कहा कि मामा अब दिल्ली जा रहे हैं। कोई फ़िक्र मत करना। अरे वहां भी तो कुछ न कुछ करेंगे। कुछ बड़ा ही करेंगे। चिंता काहे को करते हो। मामा कहीं और थोड़ी जा रहा है। देख लेना मामा बड़ी धूम-धाम से दिल्ली जाएंगे। शिवराज ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस से भला नहीं हो सकता इसलिए कांग्रेस को वोट देने का फायदा है क्या? कांग्रेस न ढोल में न मदरिया में, न दिल्ली में न भोपाल में।
LIVE: माननीय श्री @ChouhanShivraj जी द्वारा भितरवार, जिला ग्वालियर में आयोजित जनसभा को संबोधन https://t.co/4gIqGmOUiG
— Office of Shivraj (@OfficeofSSC) April 28, 2024
'मामा अभी जिंदा है'
विधानसभा चुनाव 2023 का जिक्र करते हुए शिवराज सिंह ने कहा कि भोपाल में उस समय कितने लोग कहते थे कि बस आ ही गई सरकार। हमारे भी कुछ लोग घबरा गए थे। कई ने तो कांग्रेस में सूट सिलवा लिए। मंत्रीमंडल बांट दिए लेकिन उन्हें पता नहीं था कि 'मामा अभी जिंदा' है। पूर्व सीएम ने कहा कि आपका ऐसा प्यार और आशीर्वाद मिला कि भोपाल में कांग्रेस धराशाही हो गई। मेरे मित्र और छोटे भाई मोहन यादव मुख्यमंत्री हैं वो हमारे सब कामों को आगे बढ़ाएंगे। उनके साथ मैं भी खड़ा हूं।
बेटी बोझ नहीं वरदान है
शिवराज सिंह ने आगे कहा कि आज मैं देख रहा हूं कि जितने भाई आए हैं उनसे ज्यादा बहनें आई हैं। भारत में आज नहीं, हजारों साल पहले कहा गया कि जहां मां, बहन और बेटी का सम्मान होगा, वहां देवताओं का वास होगा। बेटियों की पूजा करना, उनके चरण धोकर माथे पर लगाना कोई पाखंड नहीं है। बहनों के दर्द को हमने समझा है। एक जमाना था जब बेटा पैदा होने पर खुशी मनाई जाती थी और बेटी पैदा होने पर दुख मनाया जाता था। बेटी बोझ नहीं वरदान है, मुझे गर्व है कि मैंने लाड़ली लक्ष्मी योजना बनाई है।
लाड़ली बहनों को लखपति बहना बनाना
आज मध्य प्रदेश में 50 लाख से ज्यादा लाड़ली लक्ष्मी हैं। बेटियों की शादी बोझ लगती थी, तो मैंने कन्या विवाह योजना बनाई। गरीब गर्भवती बहनों की सहायता के लिए संबल योजना के तहत 16,000 रुपये देने की योजना बनाई। धरती के संसाधनों पर बहनों का समान अधिकार है। आज नारी शक्ति वंदन अधिनियम बन गया है। बहनों के लिए ही लाड़ली बहना योजना बनी जिससे बहनों के खातों में प्रतिमाह पैसे डाले गए। अगला कदम है लाड़ली बहनों को लखपति बहना बनाना। स्वसहायता समूहों के माध्यम से ये हम कर के रहेंगे।