Indore News: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रविवार को इंदौर में बड़ी घोषणा की। उन्होंने कहा कि राज्य के हर शहर में गीता भवन का निर्माण किया जाएगा। इस निर्माण की ज़िम्मेदारी शहरी निकायों की होगी, और इसके लिए धनराशि राज्य सरकार द्वारा दी जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि बरसाना की तर्ज पर मॉडल गाँव भी बनाए जाएंगे। यहाँ पर गो पालन, दूध उत्पादन और जैविक खेती को बढ़ावा दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कृष्ण से सिखाए तीन सबक
सीएम डॉ. मोहन यादव ने इंदौर के गीता भवन में आयोजित व्याख्यान श्रृंखला में भाग लिया। उन्होंने भगवान कृष्ण से सिखने के तीन सबकों पर जोर दिया। पहला सबक था दोस्ती निभाना, जिसका सबसे बड़ा उदाहरण भगवान कृष्ण और सुदामा की दोस्ती है। दूसरा सबक था चुनौती को स्वीकार करना और तीसरा था साहस दिखाना। इन तीनों सबकों को अपनाने पर मुख्यमंत्री ने जोर दिया।
गीता का महत्व और गांधी जी का अनुसरण
उन्होंने गीता के महत्व पर भी जोर दिया। कहा कि गीता के 18वें अध्याय में कर्म की शिक्षा दी गई है। महात्मा गांधी ने भी इसका अनुसरण किया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी गीता को विदेशी मेहमानों को भेंट कर हमारी संस्कृति का परिचय कराते हैं। उन्होंने कहा कि गीता हम सभी के लिए आदर्श है और हमें इसके संदेश को जीवन में उतारना चाहिए।
कर्म और पुरुषार्थ का जीवन
CM मोहन यादव ने व्याख्यान में भगवान कृष्ण के जीवन को कर्म और पुरुषार्थ का जीवन बताया। उन्होंने कहा कि भगवान बुद्ध ने कहा था कि मृत्यु का कारण जन्म है और जन्म लेना पुण्य संचय के लिए आवश्यक है। भगवान कृष्ण ने भी कर्म और पुरुषार्थ का जीवन जिया। इंदौर में हर घर कृष्ण, हर घर यशोदा की पहल को उन्होंने अनोखा बताया।
प्रधानमंत्री की 'मन की बात' में भागीदारी
बता दें, इंदौर में गीता भवन कार्यक्रम से पहले, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव महाराजा यशवंतराव विद्यालय पहुंचे। यहाँ उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'मन की बात' कार्यक्रम को सुना। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने झाबुआ जिले में कचरे से सृजन की प्रशंसा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह काम अन्य लोगों के लिए प्रेरणादायक है और इसे प्रदेश में बढ़ावा देना चाहिए।
गाय पालन को बढ़ावा, कांजी हाउस बंद
इंदौर के बाद, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव धार जिले के अमझेरा पहुँचे। यहाँ उन्होंने श्री कृष्ण उत्सव में भाग लिया और घोषणा की कि प्रदेश में कांजी हाउसों को बंद करके उनकी जगह गौशालाएँ खोली जाएंगी। उन्होंने कहा कि सरकार उन लोगों को सब्सिडी देगी जो दस से अधिक गायों का पालन करेंगे। साथ ही दूध उत्पादन बढ़ाने के लिए सरकार दूध खरीदेगी और इस पर बोनस भी देगी।