भोपाल (कपिल देव श्रीवास्तव): भोपाल मंडल सहित पश्चिम मध्य रेल (WCR) जोन में रेल हादसे थमने का नाम नहीं ले रहे है। गुरुवार को भोपाल स्टेशन के 3 और 4 नंबर प्लेटफार्म के लूप लाइन से निकल रही एक मालगाड़ी के पहिए ट्रैक से उतर गए। इसके चलते कुछ देर के लिए रेल यातायात प्रभावित हो गया। रेलवे अधिकारी और कर्मचारी ने करीब 2 घंटे की मशक्कत के बाद मालगाड़ी के पहियों को पटरी पर लाया। इसके बाद 3 और 4 नंबर प्लेटफार्म से रेल यातायात शुरू हो सका। इसके चलते उद्योग नगरी एक्सप्रेस और दाहोद भोपाल पैसेंजर को आउटर पर रोकाना पड़ा।
जोन में पिछले 6 माह में औसतन हर सप्ताह 3 घटनाएं सामने आ रही है। इससे कहीं न कहीं यात्रियों की जान खतरे में है तो वहीं रेलवे अधिकारियों व कर्मचारियों की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे है। वहीं, अधिकारी कुछ भी कहने से बच रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार, जिस समय हादसा हुआ। इस दौरान डीआरएम सहित रेलवे के आला-अधिकारी भोपाल स्टेशन से कुछ किमी पहले ही बरखेड़ी फाटक के पास निरीक्षण कर रहे थे। घटना की सूचना मिलने के बाद तत्काल डीआरएम व अन्य अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए थे। जानकारी के अनुसार, सुबह करीब 10:15 बजे भोपाल स्टेशन के तीन व चार नंबर प्लेटफार्म के बीच (लूप)लाइन से एक मालगाड़ी गुजर रही थी। इसी दौरान यह हादसा हो गया।
गनीमत रही इस दौरान कोई यात्री ट्रेन प्लेटफार्म पर नहीं थी। हालांकि घटना के बाद कुछ देर बाद उद्योग नगरी एक्सप्रेस को यहां से निकलना था। इसके चलते उद्योनगरी और दाहोद भोपाल पैसेंजर को आउटर पर रोक दिया गया। रेलवे ने जांच के आदेश दिए हैं।
3 माह में एक दर्जन हादसे
बीते तीन महीने में डेढ दर्जन से अधिक रेल हादसे सामने आ चुके हैं। इनमें करीब 8 से 9 ट्रेनों के कोच पटरी से उतरे हैं तो वहीं करीब 8 में इंजन फेल व यात्री कोच में आगजनी के हैं।
केस- 1
17 सितंबर को भोपाल मंडल के के मिसरोद-मंडीदीप सेक्शन पर एक मालगाड़ी के तीन डिब्बों के पहिए ट्रैक से नीचे उतर गए। इसके चलते घंटों तक रेल यातायात प्रभावित रहा।
केस-2
5 अगस्त को इटारसी से भोपाल जा रही मालगाड़ी के दो डिब्बे पटरी से उतर गए। इसके चलते घंटों तक रेल यातायात प्रभावित रहा था।
केस-3
14 अगस्त को कटनी आ रही एक मालगाड़ी के 7 डिब्बे पथरिया के पास पटरी से उतर गए। कई ट्रेनों को निरस्त और रूट परिवर्तन करना पड़ा था।