MP Politics: पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने (X) पर पोस्ट शेयर कर लिखा कि मध्य प्रदेश में सरकार चल रही या सर्कस? इस पर मध्यप्रदेश के प्रवक्ता नरेन्द्र सलूजा ने पलटवार करते हुए जवाब दिया है। सलूजा ने कहा कि सर्कस तो कांग्रेस के राज में चलता है। पटवारी ने मुख्यमंत्री से सवाल किए तो प्रदेश प्रवक्ता ने जवाब देते हुए कांग्रेस की सरकार को लेकर ही कई सवाल कर पलटवार किया है। 

पीसीसी चीफ ने मुख्यमंत्री से किया सवाल
जीतू ने (X) के माध्यम से मध्यप्रदेश की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री श्री मोहन यादव से कई सवाल किए। उन्होंने लिखा- बड़वानी जिले में तहसीलदार के द्वारा आदिवासी किसान को थप्पड़ मारे जाने के मामले में मुख्यमंत्री जी द्वारा की जा रही किसी कार्रवाई का असर नहीं होता दिख रहा, एक और नए मामले में रास्ते के विवाद और जमीन की जांच के लिए मौके पर पहुंचे तहसीलदार सरकारी प्रक्रिया का वीडियो बनता देखकर भड़क गए। मुख्यमंत्री जी को यह बताना ही चाहिए कि लगातार मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के आदेशों की अवहेलना क्यों हो रही है? मुख्यमंत्री जी के खिलाफ अधिकारियों द्वारा चलाया जा रहा, यह "सविनय अवज्ञा आंदोलन" आखिर कब रुकेगा?

पटवारी ने कहा कि हमने पहले भी सरकार को चेताया था कि मध्यप्रदेश में नौकरशाही की एक समानांतर सत्ता दमदारी से काम कर रही है, कार्रवाइयों और चेतावनियों के बाद भी घटनाएं रुक नहीं रही हैं, यह शक्ति केंद्र विधायकों, मंत्रियों, मुख्यमंत्री से भी बहुत अलग और ऊपर है। अब उसे नियंत्रित करना सरकार के बस के बाहर है।

शाजापुर में ड्राइवर से औकात पूछने वाले कलेक्टर, देवास में किसानों से अभद्रता करने वाली तहसीलदार, बांधवगढ़ में युवकों को लाठी से मारने वाले एसडीएम से लेकर भाजपा के कार्यकर्ता और नेता तक सभी जनता से लगातार अभद्रता कर रहे हैं, परंतु मुख्यमंत्री जी के स्तर पर कार्रवाई के बावजूद घटनाएं रुक नहीं रही हैं बल्कि पहले की तुलना में अधिक आपत्तिजनक रूप में सामने आ रही हैं। पटवारी ने लिखा कि यदि हालात जल्दी ही नहीं सुधरे, तो "सरकार" और "सर्कस" के बीच अंतर करना मुश्किल हो जाएगा।

प्रदेश प्रवक्ता नरेन्द्र सलूजा ने किया पलटवार
इस ट्वीट के बाद मध्यप्रदेश भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता नरेन्द्र सलूजा ने पलटवार करते हुए लिखा जीतू पटवारी जी भाजपा के राज में तो जनता की सरकार ही चलती है। सर्कस तो कांग्रेस के राज में चलता है। उन्होंने तंज कसते हुए लिखा कि चाबुक किसके हाथ में, हंटर किसके हाथ में, किसको कौन नचाता है, बेलगाम मंत्री, रिंग मास्टर कौन, कब कौन पिंजरे में, कब कौन पिंजरे के बाहर?, 

प्रदेश प्रवक्ता ने लिखा कि कांग्रेस सरकार के 15 माह का सर्कस सबने देखा है, बेलगाम मंत्रियों की बयानबाज़ी भी देखी है। कांग्रेस की सरकार में यदि कोई अधिकारी जनता से अभद्र व्यवहार करता था, तो उस पर सरकार द्वारा कोई कार्यवाही नहीं होती थी, क्योंकि कार्यवाही के पहले उसका "ला ले लेजा ऑर्डर" वाला अकाउंट देखा जाता था, उसने क्या दिया है, यह देखा जाता था। यदि कार्यवाही कर दिए तो जो लिये हैं, वो वापस देने पड़ेंगे, इसलिए कुछ होता ही नहीं था।

सलूजा ने लिखा- भाजपा की सरकार सुशासन की सरकार है, यहां जनता का सम्मान प्राथमिकता है। मध्यप्रदेश में अभी तक जितनी भी कार्यवाहियां हुई हैं, वो सब जनता, ग़रीब, किसान, महिलाओं के सम्मान के सम्मान व सुशासन के संकल्प को ध्यान में रखते हुए की गई हैं। कांग्रेस को इन कार्यवाहियों का स्वागत करना चाहिये, लेकिन वो इसको भी कोसने का काम कर रही है। इससे कांग्रेस की महिलाओं, ग़रीब, किसानों के प्रति सोच दिखाई दे रही है। मध्य प्रदेश की जनता कांग्रेस के इस आचरण को देख रही है।