Geo Science Museum in Gwalior : मध्य प्रदेश के ग्वालियर में देश का पहला जियो साइंस म्यूजियम बनकर तैयार है। 35 करोड़ की लागत से बने इस म्यूजियम में कई रहस्य जानने समझने को मिलेंगे। पृथ्वी और जीवन की उत्पत्ति से जुडे़ विभिन्न तथ्यों और घटनाओं जानकारी यहां संरक्षित की गई है। केंद्रीय खनन राज्य मंत्री सतीश चंद्र दुबे गुरुवार को म्यूजियम का शुभारंभ करेंगे।
ग्वालियर के महाराज बाड़ा स्थित हेरिटेज विक्टोरिया बिल्डिंग में यह जियो साइंस म्यूजियम खनन मंत्रालय और जीएसआई ने मिलकर बनाया है। तत्कालीन केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने 9 मार्च 2019 को शिलान्यास किया था। म्यूजियम में दो गैलरी हैं। एक में पृथ्वी और दूसरे में जीवन की उत्पत्ति और विकास से जुड़े तथ्य संरक्षित किए गए हैं।
जियो साइंस म्यूजियम की खासियत
- जियो साइंस म्यूजियम की पहली गैलरी अप्रैल 2022 में बनकर तैयार हो गई थी। इसमें इवोल्यूशन ऑफ अर्थ को समझाया गया है। पृथ्वी के आकार और उत्पत्ति को दर्शाने वाली कुछ प्रतीक भी रखे गए हैं। दूसरी गैलरी हाल ही में तैयार हुई है। इसमें इवोल्यूशन ऑफ लाइफ के बारे में जानकारी दी गई है।
- ग्वालियर के जियो साइंस म्यूजियम की वैसे तो कई खासियत हैं, लेकिन यहां कुछ ऐसी दुर्लभ वस्तुएं रखी गई हैं, जिन्हें जापान सहित देश-दुनिया के अलग-अलग इलाकों से मंगाया गया है। यहां जेम्स स्टोन जैसा बेशकीमती हीरे भी रखे हैं। इसकी कीमत करोड़ों-अरबों में है।
जियो साइंस म्यूजियम में एंट्री शुल्क
जियो साइंस म्यूजियम का संचालन ग्वालियर नगर निगम के द्वारा किया जाएगा। 6 दिसंबर से 25 रुपए शुल्क जमाकर कोई भी व्यक्ति म्यूजियम में रखी वस्तुओं से रूबरू हो सकेगा। स्टूडेंट को प्रवेश शुल्क में राहत दी गई है। म्यूजियम में एंट्री के लिए उन्हें 10 रुपए ही देने होंगे।