MP Transfer Racket: ग्वालियर पुलिस ने सोमवार को कथावाचक पुष्पेंद्र दीक्षित को गिरफ्तार किया है। पुष्पेंद्र दीक्षित खुद को केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह का पीए (व्यक्तिगत सहायक) बताकर ट्रांसफर-पोस्टिंग का कारोबार करता था। हाल ही में उसने डीजीपी सुधीर सक्सेना को शिवपुरी और गुना जिले के दो टीआई का ट्रांसफर करने मैसेज कर खुद को केंद्रीय मंत्री का पीए जयकिशन बताया। 

डीजीपी को संदेह हुआ तो उन्होंने गोपनीय तरीके से फोन नंबरों की पड़ताल कराई। दोनों नंबर ग्वालियर के निकले, जिस पर ग्वालियर के पुलिस को जांच के निर्देश दिए गए। जांच में पता चला कि यह नंबर केंद्रीय मंत्री के पीए नहीं, बल्कि कथावाचक पुष्पेंद्र के हैं, जिसे हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। उसने तबादले के लिए डीजीपी को फोन करने की बात स्वीकार ली। 

कौन है पुष्पेंद्र दीक्षित 

  • पुष्पेंद्र दीक्षित कथावाचक है, लेकिन इसकी आड़ में वह नेता, मंत्री और बड़े अफसरों से संपर्क बनाकर दलाली कर रहा था। पुष्पेंद्र दीक्षित के पक्ष-विपक्ष कई बड़े नेताओं से संबंध हैं। गिरफ्तारी के बाद उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी, केंद्रीय मंत्री सिंधिया, अखिलेश यादव सहित अन्य नेताओं के साथ उसकी पुरानी तस्वीरें सोशल मीडिया में वायरल होने लगीं। 
  • आईजी अरविंद सक्सेना ने बताया कि पुष्पेंद्र दीक्षित के खिलाफ धोखाधड़ी, आइटी एक्ट सहित अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। क्राइम ब्रांच की टीम पूछताछ कर रही है।

 

शिवपुरी और गुना के दोनों निरीक्षक निलंबित
कथावाचक पुष्पेंद्र दीक्षित ने शिवपुरी और गुना जिले के जिन पुलिस निरीक्षकों के तबादले की सिफारिश की थी, विभाग ने उन्हें निलंबित कर दिया है। इनमें शिवपुरी के बैराड़ थाना प्रभारी विनय यादव और गुना जिले के जामनेर थाने के टीआइ पंकज त्यागी शामिल हैं। आरोपी ने दोनों के प्रार्थना-पत्र डीजीपी को वाट्सएप किए थे।