सचिन सिंह बैस, भोपाल
प्रदेश के सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल हमीदिया बजट की कमी के कारण आउटसोर्स कर्मचारियों को नौकरी से निकाल रहा है। अस्पताल प्रबंधन ने 100 से अधिक आउटसोर्स कर्मचारियों को नौकरी से निकालने का नोटिस जारी किया है। जिन कर्मचारियों को नोटिस मिला है, उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर उन्हें नौकरी से निकाला गया तो वह स्वास्थ्य मंत्री के बंगले पर धरना देकर भूख हड़ताल करेंगे।

कर्मचारियों को सैलरी नहीं दे पा रही है अस्पताल प्रबंधन
अस्पताल में बजट की कमी के कारण 400 से अधिक आउटसोर्स कर्मचारियों को सैलरी दे पाना मुश्किल हो रहा है। अब इन्हें निकालने की तैयारी चल रही है। जीएमसी प्रबंधन ने 100 कर्मचारियों को नोटिस जारी कर दिया है कि 31 दिसंबर उनकी नौकरी का आखिरी दिन होगा। ऐसे में 411 आउटसोर्स कर्मचारियों की नौकरी पर तलवार लटक गई है।

मंत्री के बंगले पर भूख हड़ताल करेंगे
हमीदिया अस्पताल के आउटसोर्स कर्मचारियों का कहना है कि यह सब हड़ताल करने के बाद किया जा रहा है। कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि अगर उन्हें नौकरी से निकाला गया तो वह स्वास्थ्य मंत्री के बंगले पर भूख हड़ताल करेंगे। जबकि जीएमसी प्रबंधन का कहना है कि उनके पास कर्मचारियों को सैलरी देने के लिए बजट उपलब्ध नहीं है।

हड़ताल के बाद मिला एक माह का वेतन
आउटसोर्स कर्मचारी राकेश यादव ने बताया कि कर्मचारियों की हड़ताल के बाद उन्हें एक माह की सैलरी दी गई। जबकि कर्मचारियों की मांग थी कि पेंडिंग दो माह का वेतन दिया जाए और दीपावली पर मिलने वाला बोनस भी नहीं दिया गया।

चार सौ कर्मचारी को निकालने की तैयारी
अस्पताल में कुल 1873 कर्मचारी हैं, जिनमें जीएमसी प्रबंधन ने प्रशासन को पत्र लिखकर 800 कर्मचारियों को वेतन देने की बात कही थी, इसमें से प्रशासन ने 400 कर्मचारियों को वेतन देने की मांग मानी। ऐसे में शेष बचे 400 कर्मचारियों को जीएमसी को अपने बजट में से सैलरी देना पड़ रही है। इसलिए जीएमसी प्रबंधन ने बजट न होने की बात कहकर 400 कर्मचारियों को निकालने की बात कही है।