मधुरिमा राजपाल, भोपाल: नेता जी को पिता और आजम खान को मैं अपना भाई मानती थी लेकिन उन्होंने मुझे अपना दुश्मन माना और मैं उन्हें कभी माफ नहीं करूंगी क्योंकि उन्हीं की वजह से 2019 के उस मामले की वजह से मैं 3 महीने मानों खून के आंसू रोई हूं। लोगों ने कहा कि जयाप्रदा कहां गई लेकिन उस वक्त में स्वयं में बहुत टूटा हुआ महसूस कर रही थी। यह कहना भाजपा नेत्री और प्रसिद्ध सिने अदाकारा जयाप्रद का जो एक आईपीएस स्कूल के एनुअल फंक्शन में बतौर मुख्य अतिथि आई और हरिभूमि से बातचीत मे उन्होंने अपने जीवन से जुड़े पहलुओं पर चर्चा की।
बच्चों के रेपिस्ट के लिए हैंग टिल डेथ जैसे कानून होना चाहिए
उन्होंने कहा कि हमारे देश में गर्ल चाइल्ड के साथ जो हो रहा है, वह बेहद निंदनीय है और इसके लिए मुझे लगता है कि फास्ट ट्रैक कोर्ट के साथ-साथ अपराधियों के लिए हैंग टिल डेथ जैसे कानून भी होना चाहिए।
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आज मेरे अपने बचपन की यादें ताजा हो गईं
उन्होंने कहा स्कूली बच्चों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देखकर आज मेरे अपने बचपन की यादें ताजा हो गईं। मेरे करियर का रास्ता मेरे स्कूल से ही खुला था। 15 साल की उम्र में अपने स्कूल में नृत्य की प्रस्तुति दे रही थी। तभी एक फिल्म प्रोड्यूसर ने मुझे देखा और फिल्म में काम करने का ऑफर दिया।
रील और रीयालिटी में बहुत अंतर है
जया ने कहा कि रील और रियलिटी में बहुत अंतर है। रील में आप दो मिनट में ही कुछ भी बन सकते हैं, लेकिन रियलिटी में कुछ बनने के लिए कड़ी मशक्कत के बाद भी सभी को सफलता नहीं मिल पाती। मुझे सांसद बनने में काफी वक्त लगा और कड़ी मेहनत करनी पड़ी। हालांकि हार्ड वर्क रील लाइफ में भी कम नहीं है।