Jabalpur High Court: मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में नेशनल इलिजिबिलिटी कम एंट्रेस टेस्ट फॉर यूजी (NEET-UG) पर गुरुवार को सुनवाई टल गई। अब इस याचिका पर सुनवाई 14 जून को होगी। भोपाल और जबलपुर की दो छात्राओं ने रिजल्ट पर सवाल उठाते हुए एमपी हाईकोर्ट में याचिका दायर की है।। छात्राओं ने NEET-UG कराने वाली संस्था नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) के रिजल्ट को गलत ठहराया है। 

आठ छात्रों को मिले 100 फीसदी अंक 
जबलपुर की छात्रा अमीषी वर्मा की ओर से दायर याचिका में एक कोचिंग सेंटर के 8 छात्रों के नाम और रोल नंबर एक समान होने का जिक्र है। बताया कि सभी 8 छात्रों को परीक्षा में 100% मार्क्स मिले हैं। अमीषी का कहना है कि उन्हें 720 में से 615 मार्क्स मिले हैं, उम्मीद 700 से ज्यादा की थी। अमीषी के वकील आदित्य संघी ने इसे घोटाला बताते हुए व्यापम से भी बड़ा बताया है। रिजल्ट जारी करने में करोड़ों रुपयों का लेनदेन होने का भी आरोप लगाया है।

निशिता को NEET-UG रिजल्ट में नंबरों का बड़ा अंतर
NEET-UG परीक्षा 2024 में भोपाल की निशिता नाम की एक छात्रा के नंबरों में बड़ा अंतर सामने आया है। निशिता के अनुसार, NTA की आंसर-की और उनकी रिस्पोंड शीट के अनुसार उन्हें 617 नंबर मिलने चाहिए थे, लेकिन रिजल्ट में केवल 340 नंबर ही आए हैं।

निशिता का दावा
निशिता का कहना है कि उन्होंने 5 मई को हुई NEET-UG परीक्षा में पूछे गए 180 प्रश्नों में से 159 प्रश्नों के सही उत्तर दिए थे। 19 प्रश्नों के उत्तर गलत थे और 2 प्रश्नों के उत्तर 'पता नहीं' दिए थे। परीक्षा के नियमों के अनुसार, हर गलत उत्तर के लिए 1 नंबर काटा जाता है। इस प्रकार, निशिता को 159 सही उत्तरों से 636 नंबर मिलने चाहिए थे, जिसमें से 19 नंबर काटकर कुल 617 नंबर आने चाहिए थे।

रिजल्ट में गड़बड़ी का शक
रिस्पोंड शीट के अनुसार, निशिता को 617 नंबर मिलने चाहिए थे, लेकिन रिजल्ट में केवल 340 नंबर ही आए हैं। इस अंतर से रिजल्ट में गड़बड़ी की आशंका पैदा हो गई है। निशिता और उनके परिवार ने NTA से इस मामले में स्पष्टता की मांग की है और जल्द से जल्द समाधान की उम्मीद जताई है।