ग्वालियर। हाईकोर्ट की एकल पीठ ने एक बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका की सुनवाई करते हुए सबलगढ़ पुलिस थाने के प्रभारी रामनरेश यादव को फटकार लगाई। कोर्ट ने कहा कि क्या आपके घर की बेटी होती तो भी ऐसी ही जांच करते। सोमवार तक किसी भी हालत में याचिकाकर्ता की बेटी को तलाश कर लाएं और उसे न्यायालय में पेश करें।
बृजमोहन शुक्ला ने हाईकोर्ट में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर की है। याचिका में तर्क दिया कि उनकी बेटी का विवाह छह साल पहले भानू प्रकाश से हुआ था। 18 सितंबर 2023 को सोनम पति के साथ मायके पहुंची थी। सोनम के साथ 19 सितंबर को मारपीट की गई। 20 सितंबर को पति सोनम को अपने साथ मोटर साइकिल पर लेकर गया था। इससे बाद से सोनम लापता है। पति ने ही थाने में सोनम की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।
संदेहास्पद स्थिति में गायब, आखिरी बार पति के साथ थी
पुलिस की ओर से कोर्ट में बताया कि पति से पूछताछ की, लेकिन उससे कोई जानकारी नहीं मिल सकी है। कोर्ट ने पुलिस को आदेश दिया था कि महिला संदेहास्पद स्थिति में गायब हुई है। इस मामले में उसके पति से भी कड़ाई से पूछताछ होना चाहिए। क्योंकि उसे पति भानू प्रकाश शर्मा के साथ आखिरी बार देखा गया था। कोर्ट ने आदेश दिया कि युवती की तलाश की जाए और जांच अधिकारी न्यायालय में मौजूद रहे। बुधवार को थाना प्रभारी रामनरेश यादव न्यायालय में मौजूद रहे। पुलिस की जांच में कोई प्रगति नहीं दिखी, जिसके चलते कोर्ट ने नाराजगी जताई और अगली सुनवाई पर युवती की तलाश कर न्यायालय में उपस्थित करने का आदेश दिया है।