Imarti Devi on Narottam Mishra: पूर्व मंत्री इमरती देवी और नरोत्तम मिश्रा की अदावत पुरानी है। रविवार को उनका एक बयान फिर सुर्खियों में आ गया। जिसमें वह यह कह दिया कि दुश्मन पीछे पड़े हैं, जो हरवा देते हैं। पूर्व मंत्री इमरती देवी ने किसी नेता का नाम नहीं लिया, लेकिन उनका नरोत्तम मिश्रा की ओर था। पंचायत चुनाव के दौरान इमरती ने खुलकर मिश्रा के खिलाफ आरोप लगाए थे। डबरा जनपद अध्यक्ष चुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए धरने पर बैठ गई थीं।
गृहमंत्री अमित शाह ग्वालियर में रविवार को लोकसभा चुनाव को लेकर क्षेत्र के सांसद-मंत्री, विधायक और पार्टी के सीनियर नेताओं की बैठक बुलाई थी, जिसमें नरोत्तम मिश्रा और पूर्व मंत्री इमरती देवी भी शामिल हुई थीं। बैठक से बाहर आने के बाद मीडिया ने इमरती देवी से लोकसभा चुनाव को लेकर पूछा तो कह दिया कि पार्टी मौका देगी तो जरूर लडूंगी। विधानसभा चुनाव में मिली हार जब सवाल किया गया तो बोलीं कुछ दुश्मन हैं, जो हरवा देते हैं। इमरती देवी ने पूर्व मंत्री पर निशाना साधते हुए कहा, मैं हमेशा जीतने की स्थिति में रहती हूं, दुश्मनों के चलते हार जाती हूं। भगवान ऐसे दुश्मनों को निपटा देते हैं।
कौन हैं इमरती देवी ?
ग्वालियर जिले के डबरा तीन बार विधायक और मंत्री रहीं इमरती देवी केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की करीबी नेत्री हैं। 2008 में पहली बार बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के हरगोविंद जौहरी को 10,630 वोटों हराकर डबरा से विधायक निर्वाचित हुई थीं। इसके बाद लगातर जीतती रहीं। कमलनाथ सरकार में महिला बाल विकास मंत्री बनीं। लेकिन सिंधिया की बगावत के चलते मंत्री पद छोड़कर भाजपा ज्वाइन कर ली। 2020 के उपचुनाव और 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी सुरेश राजे से हार का सामना करना पड़ा।